मुंबई। महाराष्ट्र में रविवार को सियासी हलचल बहुत तेज हो गई है. यहां पर विपक्षी पार्टी के नेता और एनसीपी प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजित पवार 18 विधायकों के साथ शिंदे गुट में शामिल हुए. अब उन्होंने दावा किया है कि उनके समर्थन में 40 विधायक है. शरद पवार की नहीं थमी मुश्किल बता […]
मुंबई। महाराष्ट्र में रविवार को सियासी हलचल बहुत तेज हो गई है. यहां पर विपक्षी पार्टी के नेता और एनसीपी प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजित पवार 18 विधायकों के साथ शिंदे गुट में शामिल हुए. अब उन्होंने दावा किया है कि उनके समर्थन में 40 विधायक है.
बता दें कि शिंदे गुट में शामिल होने के बाद अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली. वहीं उनके साथ 9 नेताओं ने भी मंत्री पद की शपथ ली. हालांकि अभी भी शरद पवार की मुश्किल कम नहीं हुई है. दरअसल मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो कुल 40 विधायक उनके संपर्क में हैं, जो कि शिंदे गुट वाली शिवसेना में शामिल हो सकते हैं.
खबर सामने आ रही है कि अजित पवार पटना में विपक्षी एकता बैठक में मंच साझा करने और राहुल गांधी के साथ सहयोग करने के शरद पवार के “एकतरफा” फैसले से “नाराज” थे. इसी को लेकर उन्होंने अपनी ही पार्टी से बगावत कर दी. बताया जा रहा है कि बीते दिन अजित पवार ने दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की थी. शिंदे और अजित पवार की भी हाल ही में मीटिंग हुई थी.
अब इस सियासी बवाल पर उद्धव गुट के नेता संजय राउत का भी बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि कुछ लोगों ने भी महारष्ट्र की राजनीति को साफ़ करने का बीड़ा उठाया है. उन्हें अपने अपने तरीके से चलने दो. मेरी अभी शरद पवार जी से बात हुई है. उन्होंने कहा, ‘मैं मजबूत हूं. हमें लोगों का समर्थन प्राप्त है. हम उद्धव ठाकरे के साथ फिर से सब कुछ पुनर्निर्माण करेंगे.’ उन्होंने आगे कहा कि इस गेम को अधिक दिनों के लिए बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.