मुंबई : रविवार को महाराष्ट्र की पूरी राजनीति पलट गई है जहां एनसीपी नेता और विपक्ष का चेहरा रहे अजित पवार ने समर्थक विधायकों के साथ शिंदे गुट में मिलान कर लिया है. बताया जा रहा है कि उनके साथ 25 से अधिक विधायक हैं जिन्होंने अब विपक्ष में उद्धव गुट के साथ बैठी NCP […]
मुंबई : रविवार को महाराष्ट्र की पूरी राजनीति पलट गई है जहां एनसीपी नेता और विपक्ष का चेहरा रहे अजित पवार ने समर्थक विधायकों के साथ शिंदे गुट में मिलान कर लिया है. बताया जा रहा है कि उनके साथ 25 से अधिक विधायक हैं जिन्होंने अब विपक्ष में उद्धव गुट के साथ बैठी NCP से बगावत कर ली है. अब अजित पवार महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम बन गए हैं जहां एनसीपी नेता छगन भुजबल ने भी मंत्री पद की शपथ ली है.
#MaharashtraPolitics | NCP leader Chhagan Bhujbal takes oath as Maharashtra Minister in the presence of CM Eknath Shinde and Deputy CM Devendra Fadnavis pic.twitter.com/BdeAKBo0rH
— ANI (@ANI) July 2, 2023
NCP’s Ajit Pawar takes oath and joins NDA government in Maharashtra. pic.twitter.com/zI64d8QOUS
— ANI (@ANI) July 2, 2023
रविवार को महाराष्ट्र में इन बड़ा सियासी खेला देखा जा रहा है जहां राकांपा और विपक्ष के नेता अजित पवार कुछ विधायकों का समर्थन लेकर राजभवन पहुँच चुके हैं. बताया जा रहा है कि अजित पावर NCP से एक बार फिर बगावत करने जा रहे हैं जहां वह जल्द ही सीएम शिंदे के गुट में शामिल होते हुए नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा देने वाले हैं.
इस पूरे घटनाक्रम पर महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि आज (2 जुलाई) ही अजित पवार और अन्य NCP विधायक राजभवन आए हैं. यहां पर इन सभी का शपथ ग्रहण समारोह होगा. जानकारी के अनुसार अजित पवार पटना में विपक्षी एकता बैठक में मंच साझा करने और राहुल गांधी के साथ सहयोग करने के शरद पवार के “एकतरफा” फैसले से “नाराज” थे. इसी को लेकर उन्होंने अपनी ही पार्टी से बगावत कर दी है. कहा तो ये भी जा रहा है कि बीते दिन अजित पवार ने दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की थी. शिंदे और अजित पवार की भी हाल ही में मीटिंग हुई थी.
दूसरी ओर अजित पवार को महाराष्ट्र का डिप्टी सीएम बनाए जाने की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. जल्द ही मुंबई के राजभवन में एक शपथ समारोह आयोजित किया जाएगा क्योंकि अजित पवार सहित कई एनसीपी नेता सत्तारूढ़ महाराष्ट्र सरकार को समर्थन देने के लिए तैयार हैं.