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DU शताब्दी समारोह में बोले PM Modi, 2047 तक विकसित भारत बनाना हमारा टारगेट

नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी दिल्ली यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह के समापन सत्र को संबोधित कर रहे हैं. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब मुझे निमंत्रण मिला था तो मैने फैसला कर लिया था की मुझे आना ही है. मुझे बेहद खुशी है की मुझे इस माहौल में आने का अवसर मिला है, […]

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DU शताब्दी समारोह में बोले PM Modi, 2047 तक विकसित भारत बनाना हमारा टारगेट
  • June 30, 2023 1:27 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी दिल्ली यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह के समापन सत्र को संबोधित कर रहे हैं. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब मुझे निमंत्रण मिला था तो मैने फैसला कर लिया था की मुझे आना ही है. मुझे बेहद खुशी है की मुझे इस माहौल में आने का अवसर मिला है, आज मैं मेट्रो से युवा दोस्तों के साथ बातचीत करते हुए आया हूं.

पीएम मोदी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के 100 साल पूरे होने के मौके पर कहा कि कोई भी देश हो उसकी यूनिवर्सिटीज, शिक्षण संस्थान, उसकी उपलब्धि के सच्चे प्रतीक हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय न केवल एक विश्वविद्यालय बल्कि यह एक मूमेंट है. इस विश्वविद्यालय ने हर मूमेंट को जिया है, इस विश्वविद्यालय ने हर मूमेंट में जान भर दी है.

2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का टारगेट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शताब्दी समारोह में मौजूद शिक्षकों को संबोधित कर उन्होंने साल 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को दोहराया. इस बीच प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि बीते दिनों जब मैं अमेरिका के दौरे पर गया था तो उस दौरान मुझे यह एहसास हुआ कि दुनिया में हमारे देश का सम्मान तेजी से बढ़ गया है. उन्होंने आगे कहा कि आज के दौर में भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थब्यवस्था है. पीएम ने आगे कहा कि देश के जेंडर अनुपात में सुधार हुआ है और भारत की ड्रोन नीति में भी बेहद बड़ा बदलाव किया है.

तीसरा दशक भारत की विकास यात्रा को नई रफ्तार देगा- PM

दिल्ली यूनिवर्सिटी के इस समारोह में पीएम ने कहा कि पिछली शताब्दी के तीसरे दशक ने स्वतंत्रता संग्राम को नई गति दी थी, वहीं अब इस शताब्दी का ये तीसरा दशक भारत की विकास यात्रा को नई रफ्तार देगा. आज के दौर में देशभर में बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय और कॉलेज बनवाए जा रहे हैं. इस समारोह में आगे उन्होंने कहा कि हमारे शिक्षण संस्थान दुनिया में एक अलग पहचान बना रहे हैं. एक वक्त था जब छात्र किसी संस्थान में दाखिला लेने से पहले केवल प्लेसमेंट को ही प्राथमिकता देते थे. लेकिन आज के दौर में देश की युवा जिंदगी को इसमें बांधना नहीं चाहता वो कुछ नया करना चाहता है. आज युवा अपनी लकीर खुद ही खींचना चाहता है.

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