PM Modi Interview, Inkhabar। पीएम मोदी अमेरिका के दौरे पर रवाना हो गए है। यह पीएम मोदी की पहली अमेरिकी राजकीय यात्रा होने वाली है। ये यात्रा कई मायने में खास होने वाली है। इसका मुख्य कारण है दोनों देश के बीच होने वाले 6 बड़े रक्षा समझौते इनमें ड्रोन, स्ट्राइकर आर्मर्ड व्हीकल के अलावा […]
PM Modi Interview, Inkhabar। पीएम मोदी अमेरिका के दौरे पर रवाना हो गए है। यह पीएम मोदी की पहली अमेरिकी राजकीय यात्रा होने वाली है। ये यात्रा कई मायने में खास होने वाली है। इसका मुख्य कारण है दोनों देश के बीच होने वाले 6 बड़े रक्षा समझौते इनमें ड्रोन, स्ट्राइकर आर्मर्ड व्हीकल के अलावा जेट इंजन पर समझौता शामिल है। इस बीच अपनी ऐतिहासिक यात्रा से पहले पीएम मोदी ने अमेरिका के प्रमुख अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल को एक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया है। नई दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री आवास में पीएम मोदी का ये इंटरव्यू लगभग एक घंटे तक चला जिसमें उनसे कई मुद्दों पर सवाल किए गए।
विश्व राजनीति में भारत की भूमिका को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि, वैश्विक राजनीति में भारत की भूमिका बढ़ रही है और वैश्विक अर्थव्यवस्था में भी भारत का योगदान बढ़ा है। अब भारत का समय आ गया है। भारत अब वैश्विक मंच पर एक बड़ी भूमिका का हकदार है। मैं स्पष्ट कर दूं कि हम भारत को किसी देश की जगह लेने के रूप में नहीं देखते हैं। हम मानते है कि भारत विश्व में अपनी सही जगह हासिल कर रहा है।
इंटरव्यू में पीएम मोदी से रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत के तटस्थ रुख पर भी सवाल किया गया जिसे लेकर अमेरिका सहित पश्चिमी देश भारत की आलोचना करते रहे हैं। इसे लेकर पीएम ने कहा कि, मुझे नहीं लगता कि ये धारणा अमेरिका में सभी लोगों के बीच है। मैं समझता हूं कि भारत के रुख को पूरी दुनिया अच्छी तरह जानती और समझती है। दुनिया को पूरा भरोसा है कि भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता शांति है। बात रूस-यूक्रेन संघर्ष की है तो कुछ लोग कहते हैं कि हम तटस्थ हैं, लेकिन हम तटस्थ नहीं हैं। हम शांति के पक्ष में हैं।
इंटरव्यू में पीएम मोदी ने भारत-अमेरिका के रिश्तों को लेकर कहा कि दोनों देशों के रिश्ते पहले से कहीं अधिक मजबूत और गहरे हुए हैं क्योंकि भारत भू-राजनीतिक उथल-पुथल के दौर में वैश्विक मंच पर अपनी सही जगह सुरक्षित करने के लिए आगे बढ़ रहा है। आज अमेरिका और भारत के नेताओं के बीच एक अभूतपूर्व विश्वास है।
चीन के साथ भारत के रिश्तों को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि, द्विपक्षीय संबंधों के लिए सीमा पर शांति का होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि चीन के साथ सामान्य द्विपक्षीय संबंधों के लिए, सीमा पर शांति जरूरी है। संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान कानून के शासन का पालन करने और मतभेदों और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान में हम यकीन रखते हैं। साथ ही भारत अपनी संप्रभुता और गरिमा की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है।