भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने बड़ा आरोप लगाया है. कांग्रेस ने कहा है कि शिवराज ने प्रदेश के दो पार्कों का नाम अपने बेटे कार्तिकेय और कुणाल चौहान के नाम पर रख दिया है. ये दोनों पार्क शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र बुधनी में […]
भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने बड़ा आरोप लगाया है. कांग्रेस ने कहा है कि शिवराज ने प्रदेश के दो पार्कों का नाम अपने बेटे कार्तिकेय और कुणाल चौहान के नाम पर रख दिया है. ये दोनों पार्क शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र बुधनी में स्थित है. फिलहाल इसे लेकर राज्य में सियासत गरम है.
बताया जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय के नाम पर जिस पार्क का नाम रखा गया है, उसका नाम पहले नेहरू पार्क था. उधर, भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार किया है. बीजेपी ने कहा है कि अगर स्थानीय निवासियों ने अपने चहेते लोगों के नाम पर पार्क का नाम रखने का फैसला किया है तो इसमें गलत क्या है. इससे किसी को दिक्कत नहीं होनी चाहिए.
इस बीच आइए आपको विस्तार से बताते हैं शिवराज सिंह चौहान के दोनों बेटों के नाम पर…
शिवराज सिंह चौहान के बड़े बेटे कार्तिकेय चौहान की बात करें तो वो राजनीति में काफी सक्रिय नजर आते हैं. कार्तिकेय अक्सर अपने पिता के क्षेत्र बुधनी में सार्वजिनक कार्यक्रमों में शामिल होते रहते हैं. भोपाल के सियासी गलियारों में कहा जाता है कि शिवराज की राजनीतिक विरासत कार्तिकेय ही आगे संभालेंगे. वे साल 2013 के विधानसभा चुनाव से ही पिता के लिए प्रचार कर रहे हैं.
कार्तिकेय ने पुणे के सिंबॉयसिस इंस्टीट्यूट से एलएलबी की पढ़ाई की है. वे पुणे कॉलेज में छात्र संघ के अध्यक्ष भी चुने गए थे. इसके साथ ही उन्होंने अमेरिका की पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी से एलएमएम की डिग्री हासिल की है. कार्तिकेय की क्रिकेट में काफी दिलचस्पी है. हर साल वे सीहोर में अपने दादा के नाम पर क्रिकेट कार्यक्रम आयोजित करवाते हैं.
शिवराज सिंह चौहान के छोटे बेटे कुणाल सिंह चौहान के बारे में बात करें तो उनकी दिलचस्पी पिता और बड़े भाई की तरह राजनीति में नहीं है. कुणल इस वक्त डेयरी कंपनी चलाते हैं. वे मेसर्स सुंदर फूड्स एंड डेयरी के प्रबंध भागीदार है. ये कंपनी दूध के साथ ही अन्य फूड प्रोडक्ट्स घी, लस्सी, पनीर, दही और पानी भी बेचती है. कुणाल के प्रबंध भागीदार रहते हुए यह कंपनी लगातार आगे बढ़ रही है.