नई दिल्ली: इस समय देश के कई इलाके भीषण गर्मी की चपेट में हैं खासकर उत्तरी-पूर्वी राज्यों में लू का प्रकोप देखा जा रहा है. उत्तर प्रदेश और बिहार की बात करें तो यहां लू की वजह से अब तक सैंकड़ों लोग जान गवा चुके हैं. बीते 3 दिनों में दोनों राज्यों में लू की […]
नई दिल्ली: इस समय देश के कई इलाके भीषण गर्मी की चपेट में हैं खासकर उत्तरी-पूर्वी राज्यों में लू का प्रकोप देखा जा रहा है. उत्तर प्रदेश और बिहार की बात करें तो यहां लू की वजह से अब तक सैंकड़ों लोग जान गवा चुके हैं. बीते 3 दिनों में दोनों राज्यों में लू की वजह से जान गवाने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. यूपी की बात करें तो यहां बलिया में हीटवेव की चपेट में आने से कुल 54 लोगों की जान चली गई है जबकि बिहार में 44 लोगों की मौत लू के कारण हुई है.
लू के कारण 54 लोगों की मौत के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं. एक साथ 54 लोगों की मौत के बाद जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक दिवाकर सिंह को आजमगढ़ ट्रांसफर कर दिया गया है. बता दें, ये सभी मौतें बलिया में हुई हैं जिसके बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मामले को संज्ञान में लिया. पाठक ने कहा है कि इस मामले को सरकार गंभीरता से ले रही है जहां निदेशक स्तर के दो डॉक्टरों को मौके पर भेज दिया गया है. दोनों डॉक्टरों को इस मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए गए हैं. दूसरी ओर लापरवाही पर बयानबाजी करने को लेकर CHC अधीक्षक को हटाया गया है.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश और बिहार ही नहीं इस समय उत्तर भारत के कई राज्य लू की चपेट में हैं. लेकिन पिछले तीन दिनों (15, 16 और 17 जून) के भीतर भीषण गर्मी के कारण बलिया के एक जिला अस्पताल में 54 लोगों की मौत का मामला सामने आया है. इन सभी मौतों पर अधिकारियों का कहना है कि सभी रोगी 60 वर्ष से अधिक आयु के थे. जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस संबंध में एक बयान जारी किया गया था जिसके अनुसार बलिया जिले में 15 जून को 23, 16 जून को 11 और फिर उसी दिन शाम को 10 लोगों की मौत हुई. ठीक अगले दिन यानी 17 जून को जिले के 10 लोगों की मौत होने की खबर आई थी. फिलहाल जिले में 40 से 43 डिग्री सेल्सियस का तापमान है.