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आदिपुरुष में रावण के रोल को लेकर भड़के प्रेम सागर, कहा- ’50 वर्ष तक भी रामानंद सागर जैसी रामायण..’

मुंबई: फिल्म आदिपुरुष कल शुक्रवार (16 जून) को थिएटर्स में रिलीज हो चुकी है. वहीं यह बिग बजट फिल्म 5 भाषाओं जिसमें हिंदी, कन्नड़, तेलुगु, तमिल और मलयालम के साथ करीब 6200 स्क्रीन पर रिलीज हो चुकी है. इस फिल्म को लेकर लोगों में काफी एक्साइटमेंट नजर आया. वहीं दूसरी तरफ फिल्म आदिपुरुष अपनी रिलीज […]

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आदिपुरुष में रावण के रोल को लेकर भड़के प्रेम सागर, कहा- ’50 वर्ष तक भी रामानंद सागर जैसी रामायण..’
  • June 17, 2023 10:53 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

मुंबई: फिल्म आदिपुरुष कल शुक्रवार (16 जून) को थिएटर्स में रिलीज हो चुकी है. वहीं यह बिग बजट फिल्म 5 भाषाओं जिसमें हिंदी, कन्नड़, तेलुगु, तमिल और मलयालम के साथ करीब 6200 स्क्रीन पर रिलीज हो चुकी है. इस फिल्म को लेकर लोगों में काफी एक्साइटमेंट नजर आया. वहीं दूसरी तरफ फिल्म आदिपुरुष अपनी रिलीज से पहले से ही विवादों से घिरी हुई थी. वहीं अब रिलीज के बाद फिल्म के मेकर्स के लिए मुश्किलें और भी बढ़ चुकी हैं. फिल्म में रामायण की कहानी से हुई छेड़छाड़ और डायलॉग्स के स्तर ने लोगों की भावनाओं को काफी ठेस पहुंचाई है. इसी के साथ अब रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर ने भी फिल्म को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है.

आदिपुरुष के जरिए मार्वल बनाने का प्रयास

दरअसल एक इंटरव्यू में बातचीत दे दौरान रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर ने कहा कि उन्होंने अब तक फिल्म तो नहीं देखी लेकिन फिल्म का टीजर देखा है. जिसमें देवदत्त नागे जो हनुमान जी के रोल प्ले कर रहे हैं जहां वो कहते हैं कि ‘तेल तेरे बाप का, जलेगी तेरे बाप की..’,इस डायलॉग को देखकर लगा है कि निर्देशक ओम राउत ने फिल्म के जरिए मार्वल बनाने का प्रयास किया है.

50 वर्ष तक भी रामानंद सागर जैसी रामायण नहीं बन सकती- प्रेम सागर

प्रेम सागर ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम पर भी एक वीडियो पोस्ट किया है. इतना ही नहीं इस पोस्ट के साथ उन्होंने एक लंबा-सा कैप्शन भी लिखा है. प्रेम सागर ने लिखा कि 50 वर्ष तक भी रामानंद सागर जैसी बनाई हुई रामायण नहीं बन सकती..,पापाजी का जन्म ही रामायण बनाने के लिए हुआ था, उन्हें रामायण को फिर से लिखने के लिए ही इस धरती पर भेजा गया था…,जैसे वाल्मीकिजी ने इसे छंदों में लिखा था, तुलसीदासजी ने इसे अवध भाषा में लिखा था और पापाजी ने इसको इलेक्ट्रॉनिक युग में लिखा था..,रामानंद सागर का रामायण एक ऐसा महाकाव्य था जिसे दुनिया ने अनुभव किया और इसे लोगों के दिलों से कभी नहीं बदला जा सकेगा.

आदिपुरुष में रावण के किरदार को बताया गलत

प्रेम सागर के अनुसार उनके पिता रामानंद सागर ने भी रामायण बनाई और उसमें उन्होंने भी क्रिएटिव फ्रीडम का इस्तेमाल किया लेकिन उन्होंने भगवान राम को समझा. प्रेम सागर कि रामानंद सागर द्वारा बनाई गई रामायण में उन्होंने कई ग्रंथ पढ़ने के बाद कुछ मामूली बदलाव किए और कभी भी तथ्यों के साथ छेड़छाड़ नहीं की है. इसके अलावा आगे प्रेम सागर ने फिल्म में रावण के किरदार के रूप में एक्टर सैफ अली खान के काले रंग को लेकर भी चर्चा की. उनका कहना है कि रावण बेहद विद्वान और ज्ञानी था और कोई भी उसे खलनायक के रूप में पेश नहीं कर सकता है.

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