चेन्नई। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किए गए तमिलनाडु सरकार के मंत्री सेंथिल बालाजी को चेन्नई के कावेरी अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है. मद्रास हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने बालाजी को प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट कराया. इससे पहले ऊर्जा मंत्री की पत्नी ने उच्च न्यायालय से सेंथिल को निजी अस्पताल […]
चेन्नई। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किए गए तमिलनाडु सरकार के मंत्री सेंथिल बालाजी को चेन्नई के कावेरी अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है. मद्रास हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने बालाजी को प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट कराया. इससे पहले ऊर्जा मंत्री की पत्नी ने उच्च न्यायालय से सेंथिल को निजी अस्पताल में शिफ्ट करने की अपील की थी. इसके बाद कोर्ट ने ये अंतरिम आदेश दिया. हालांकि, अदालत ने ये साफ कर दिया कि स्टालिन सरकार के मंत्री अभी ईडी की न्यायिक हिरासत में ही रहेंगे. अब इस मामले की अगली सुनवाई 22 जून को होगी.
उधर, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बिजली मंत्री सेंथिल बालाजी की गिरफ्तारी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि प्रवर्तन निदेशालय राजनीतिक दबाव में काम कर रहा है. स्टालिन ने बालाजी की गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बताया है. इससे पहले सीएम स्टालिन ने बुधवार को कहा था कि तमिलनाडु की जनता इस मामले को देख रही है. 2024 के लोकसभा चुनाव में जनता बीजेपी को मुंहतोड़ जवाब देगी.
बता दें कि, बुधवार (14 जून) को तमिलनाडु की एमके स्टालिन सरकार ने सीबीआई जांच के लिए आम सहमति वापस ले ली. अब राज्य में प्रवेश के लिए सीबीआई को अनुमति लेना अनिवार्य होगा. तमिलनाडु सरकार के मंत्री सेंथिल बालाजी की गिरफ्तारी के बाद विपक्ष के नेता लगातार जांच एजेंसियों के रवैये को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं. उनका कहना है कि प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने बिना अनुमति के राज्य सचिवालय में प्रवेश कैसे किया.
गौरतलब है कि, मंगलवार (13 जून) को धनशोधन के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने तमिलनाडु सरकार में बिजली मंत्री सेंथिल बालाजी को गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले ईडी ने सेंथिल बालाजी और अन्य लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. इसके बाद लंबी पूछताछ के बाद बिजली मंत्री को गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार के दौरान सेंथिल बालाजी फूट-फूटकर रोते दिखें. तबियत खराब होने के बाद उन्हें सरकारी अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था.