नई दिल्ली: चक्रवात बिपरजॉय 15 जून यानी कल शाम 4 से 8 बजे के बीच गुजरात के तटीय इलाकों से टकराने वाला है. इस दौरान यहां पर हवा की रफ्तार 125 से 145 किमी प्रति घंटे तक की रह सकती है. बता दें कि बिपरजॉय के बढ़ते खतरे को देखते हुए यहां पर NDRF की […]
नई दिल्ली: चक्रवात बिपरजॉय 15 जून यानी कल शाम 4 से 8 बजे के बीच गुजरात के तटीय इलाकों से टकराने वाला है. इस दौरान यहां पर हवा की रफ्तार 125 से 145 किमी प्रति घंटे तक की रह सकती है. बता दें कि बिपरजॉय के बढ़ते खतरे को देखते हुए यहां पर NDRF की तैनाती की गई है. आज हम आपको इस खबर में बताने जा रहे हैं कि साइक्लोन आने पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए. इतना ही नहीं इस खबर में हम साइक्लोन से पहले और बाद की स्थिति पर तो चर्चा करेंगे ही साथ ही साइक्लोन के दौरान की स्थितियों पर भी ध्यान देंगे. आइए जानते हैं क्या है साइक्लोन या तूफ़ान से बचने का सही तरीका.
घर को अच्छे से चेक करें और खिड़की, दरवाजों की अच्छे से मरम्मत करवा लें.
घर के पास कोई पेड़ है तो उससे सूखी टहनियां आदि हटवा दें. इतना ही नहीं घर के बाहर कोई भी चीज़ है जो उड़ सकती है तो उसे हटा दें.
टोर्च इमरजेंसी लाइट आदि लाकर रखें ताकि लाइट जाने के बाद आपको परेशानी ना हो.
इमरजेंसी फ़ूड भी लाकर घर में रख लें ताकि काफी समय तक आपको घर से बाहर ना जाना पड़े. पैकेज्ड फ़ूड भी लाकर रखें जिसका काफी समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है.
स्थानीय प्रशासन और सरकार द्वारा चेतावनी को सुनते रहे.
इस दौरान किसी भी तरह की अफवाह पर विश्वास ना करें और ना ही इन्हें फैलाएं.
प्रशासन द्वारा दिए गए सुझाव अपनाएं.
यदि आपका घर साइक्लोन जोन में है तो उसे खाली कर किसी सुरक्षित स्थान पर जाने का प्रयास करें.
प्रशासन अगर आपको घर खाली करने की सलाह देता है तो देरी ना करें और तुरंत घर खाली कर दें.
घर पर राहत सामग्री जमा कर लें जैसे बिना पकाए खाए जाने वाला खाना, पानी आदि.
दूसरे स्थान पर जाते समय अपने कीमती सामान को भी लेते जाएं.
साइक्लोन के वक्त घर से बाहर न निकलें साथ ही बिजली – गैस सप्लाई बंद कर दें.
जब तक आधिकारिक ऐलान ना हो जाएं तब तक घर से बाहर ना निकलें। दरअसल कई बार साइक्लोन में हवाएं रुक रुक कर चलती हैं.
शेल्टर में शिफ्ट होने के बाद अगले आदेश तक वहीं रुकें.
– तब तक शेल्टर में रहे जब तक आपसे कहा जाता है.
– बीमारियों के खिलाफ वैक्सीन लगवाएं और अधिक से अधिक साफ़ सफाई रखने का प्रयास करें.
– ढीले और लटकते तारों से दूर रहे और क्षतिग्रस्त इमारतों के पास जाने से भी बचें.
-घर के आस पास सफाई करें और इसका जो भी नुकसान हुआ है उसकी जानकारी अधिकारियों को दें.
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