नई दिल्ली: यूरोप के अहम देशों में से एक इटली से बड़ी खबर सामने आई है जहां के पूर्व प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी का 86 साल की उम्र में निधन हो गया है. जानकारी के अनुसार सिल्वियो पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे जिन्हें दो दिन पहले ही अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. […]
नई दिल्ली: यूरोप के अहम देशों में से एक इटली से बड़ी खबर सामने आई है जहां के पूर्व प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी का 86 साल की उम्र में निधन हो गया है. जानकारी के अनुसार सिल्वियो पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे जिन्हें दो दिन पहले ही अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. उनके करीबी सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है.
पिछले कुछ समय से सिल्वियो ल्यूकेमिया नाम की बीमारी से पीड़ित थे. हाल ही में संक्रमण उनके फेफड़ों तक फ़ैल गया था. बता दें, ल्यूकेमिया का नाम इटली के सबसे अमीर नेताओं में भी गिना जाता था. वह देश में राजनीति में आने से पहले मीडिया टायकून भी रहे. वह तीन बार इटली के प्रधानमंत्री रह चुके हैं.
साल 1994 में उन्होंने पहली बार इटली के पीएम की गद्दी संभाली थी. अगले कुछ ही दिनों में वह पीएम जियोर्जिया मेलोनी के साथ पार्टी की एक बड़ी मीटिंग भी करने वाले थे. हालांकि बीमार रहने की वजह से वह सरकार में सक्रिय नहीं थे लेकिन उनका राजनीतिक रूप से काफी बड़ा कद था. बताया जा रहा है कि उनके निधन के बाद इटली की राजनीति अस्थिर हो सकती है.
इस साल अप्रैल में बर्लुस्कोनी को सांस संबंधी समस्याओं से जूझना पड़ा था जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भी भर्ती करवाया गया था. अस्पताल ने उस समय बताया था कि राजनेता का कैंसर फैलने वाला नहीं है जो अच्छी बात है. साथ ही इटली के अस्पताल ने उनके जल्द ही स्वास्थ्य होने की बात भी कही थी. बता दें, साल 2008 और 2011 के बीच विवादास्पद मीडिया टाइकून, बर्लुस्कोनी को टैक्स में धोखाधड़ी के संबंध में सजा भी दी गई थी. इसके बाद उन्हें अगले छह साल के लिए इटली की राजनीति से बैन कर दिया गया था. साल 2022 में उन्होंने एक बार फिर राजनीति में वापसी की और मोंजा की उत्तरी नगरी पालिका का प्रतिनिधित्व भी किया. उन्होंने इटली की सीनेट में एक सीट भी अपने नाम की हालांकि 2021 में उन्हें लंबे कोविड-19 के लक्षणों के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया.