बेंगलुरु: इस साल मई में भीषण गर्मी के बीच बेमौसम बारिश की गतिविधि देखी गई। देश में मई में हुई बेमौसम बारिश से गर्मी से तो राहत मिली, लेकिन किसानों को बहुत ज़्यादा नुकसान उठाना पड़ा। उत्तर प्रदेश और बिहार समेत देश के कई राज्यों में किसानों की फसल बारिश से बर्बाद हो गई है। […]
बेंगलुरु: इस साल मई में भीषण गर्मी के बीच बेमौसम बारिश की गतिविधि देखी गई। देश में मई में हुई बेमौसम बारिश से गर्मी से तो राहत मिली, लेकिन किसानों को बहुत ज़्यादा नुकसान उठाना पड़ा। उत्तर प्रदेश और बिहार समेत देश के कई राज्यों में किसानों की फसल बारिश से बर्बाद हो गई है। कर्नाटक में प्री-मानसून बारिश के कारण 16 जिलों में 9398 हेक्टेयर फसल को नुकसान पहुंचा है।
इस बार कर्नाटक के दक्षिणी भीतरी इलाकों में मई के महीने में 18% ज़्यादा बारिश हुई है। इसी समय, कर्नाटक के उत्तरी भीतरी इलाकों में 21% ज़्यादा वर्षा दर्ज की गई। इस बारिश से 21 जिलों में 10,067 हेक्टेयर सब्जियों की फसल पर असर पड़ा है। वहीं, 800 घर क्षतिग्रस्त हो गए। इस बारिश की वजह से 30 लोगों की जान चली गई और 338 जानवरों भी मारे गए हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक, आज यानी 05 जून को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में न्यूनतम तापमान 22 डिग्री और अधिकतम तापमान 33 डिग्री रिकॉर्ड किया जा सकता है। वहीं, गरज के साथ एक-दो बार बारिश की गतिविधियां भी देखी जा सकती हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, पूरे हफ्ते बेंगलुरु में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
इसी बीच मौसम से जुड़ी एक और जानकारी आपको बता देते हैं। मानसून क्या है? मानसून एक मौसमी हवा है जो बारिश लाती है, मानसून वह हवा है जो अरब सागर से भारत के दक्षिण-पश्चिमी तट की ओर आती है। जिससे भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि में भारी वर्षा होती है। आम शब्दों में मानसून का मतलब बारिश और ठंडक से है।