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Maharashtra: दूध बना जहर? गाय-भैंसों को दिया जा रहा ये केमिकल… हुई कार्रवाई

मालेगांव: अगर आप भी दूध का नियमित सेवन करते हैं तो हो सकता है कि ये दूध जहर हो. घबराइए नहीं आपको बस दूध पीते समय सावधानी बरतने की जरूरत है. दरअसल गाय और भैसें अधिक से अधिक दूध दें इसके लिए उन्हें ऑक्सीटॉसिन दिया जा रहा है. इससे दूध की मात्रा अधिक तो हो […]

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  • May 31, 2023 10:27 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

मालेगांव: अगर आप भी दूध का नियमित सेवन करते हैं तो हो सकता है कि ये दूध जहर हो. घबराइए नहीं आपको बस दूध पीते समय सावधानी बरतने की जरूरत है. दरअसल गाय और भैसें अधिक से अधिक दूध दें इसके लिए उन्हें ऑक्सीटॉसिन दिया जा रहा है. इससे दूध की मात्रा अधिक तो हो जाती है लेकिन वह जहर बन जाता है. ऐसे में दूध पीते समय आपको इस बात का ध्यान रखने की जरूरत है कि आखिर ये दूध आ कहां से रहा है.

जहरीला हुआ दूध

महाराष्ट्र के मालेगांव से जो मामला सामने आया है उससे आप भी अपने दूध के गिलास पर संदेह करने लगेंगे. यहां मालेगांव के हीरापुरा में छापेमारी की गई है जहां से मोहम्मद इकबाल नाम के एक शख्स को हिरासत में लिया गया है. आरोपी के पास से 1 हजार ऑक्सीटॉसिन की बोतलें बरामद की गई हैं. ऑक्सीटॉसिन नाम की इस जानलेवा दवा का इस्तेमाल मालेगांव के जानवरों पर धड़ल्ले से किया जा रहा है. इससे गाय-भैंसे जहरीला दूध दे रही हैं और दूसरी ओर दवा की अवैध बिक्री और इस्तेमाल को भी बढ़ावा मिल रहा है.

मिलीं 1 हजार ऑक्सीटॉसिन की बोतलें

बता दें इस दवा का इस्तेमाल चिकित्सा से जुड़े कामों में किया जाता है लेकिन यहां इसका इस्तेमाल जानवरों पर अधिक दूध के लिए किया जा रहा है. ये दवा अवैध रूप से इस्तेमाल की जा रही है जिसकी जानकारी पुलिस को मिली थी. इस जानकारी के आधार पर बीते मंगलवार दोपहर मालेगांव की किला पुलिस ने हीरापुरा इलाके में छापेमारी की. इसी छापेमारी में मोहम्मद अनवर उर्फ मोहम्मद इकबाल नाम का शख्स गिरफ्तार किया गया है जिसके पास से ऑक्सीटॉसिन की करीब एक हजार बोतलें मिली हैं. जानकारी के अनुसार इकबाल ऑक्सीटॉसिन की अवैध बिक्री किया करता था जिसे रंगे हाथों पकड़ा गया है.

किसलिए होता है ऑक्सीटॉसिन का इस्तेमाल

दरअसल ऑक्सीटॉसिन हॉर्मोन एक ऐसी दवा है जिसका इस्तेमाल गर्भवती महिलाओं से शिशुओं की स्मूथ डिलिवरी करवाने के लिए होता है. डॉक्टरों, मेडिकल ऑफिसरों के प्रिस्क्रिप्शन के आधार पर ही रजिस्टर्ड फार्मसिस्ट की ओर से इसकी बिक्री करने की अनुमति है. लेकिन इसका इस्तेमाल जब गाय भैंस पर किया जाता है तो इससे दूध विषाक्त हो जाता है.

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