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Wrestler protest: पहलवानों के मुद्दे पर 4 जून को सोनीपत में किसान करेंगे महापंचायत

नई दिल्ली। पहलवानों के मुद्दें को लेकर सभी किसान संगठन एकजुट हो गए हैं। इसी दौरान किसान संगठनों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सोनीपत में चार जून को महापंचायत करने का ऐलान किया है। बताया जा रहा है इस महापंचायत में पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक और आरएलडी चीफ जयंत चौधरी भी शामिल होंगे। महापंचायत में […]

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Wrestler protest: पहलवानों के मुद्दे पर 4 जून को सोनीपत में किसान करेंगे महापंचायत
  • May 31, 2023 1:28 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। पहलवानों के मुद्दें को लेकर सभी किसान संगठन एकजुट हो गए हैं। इसी दौरान किसान संगठनों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सोनीपत में चार जून को महापंचायत करने का ऐलान किया है। बताया जा रहा है इस महापंचायत में पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक और आरएलडी चीफ जयंत चौधरी भी शामिल होंगे।

महापंचायत में कई किसान नेता होंगे शामिल

जानकारी के अनुसार महापंचायत में गुरनाम सिंह चढूनी समेत कई किसान नेता शामिल होंगे। इनके अलावा पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट समेत धरने पर बैठे अन्य पहलवान भी किसान महापंचायत में आएंगे। ये किसान पहापंचायत चार जून को सोनीपत के मुंडलाना में होगी। इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि इस महापंचायत में सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले सभी वर्ग शामिल होंगे। आरएसएस के लोग दूध पीने वालों को दबाना चाहते हैं। हम पहलवानों को न्याय दिलाने के लिए अपने सिर कटवाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि 28 मई को जो हुआ वो सारे देश ने देखा है।

इंडिया गेट पर बढ़ाई गई सुरक्षा

इसके अलावा पहलवानों की चेतावनी को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने इंडिया गेट पर सुरक्षा बढ़ा दी है। बता दें, पहलवानों को जंतर-मंतर से हटा दिया गया तो उन्होंने कहा था कि जंतर-मंतर से हटा दिए गए हैं तो हम इंडिया गेट पर धरना प्रदर्शन करेंगे। इसी को देखते हुए पुलिस की ओर से इंडिया गेट पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

पहलवानों ने टिकैत को सौंप दिया मेडल

बता दें कि इससे पहले भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले पहलवान मंगलवार को अपने मेडल गंगा में बहाने पहुंचे थे, लेकिन अंत में उन्होंने अपने इस फैसले को स्थगित कर दिया। किसान नेता नरेश टिकैत ने हर की पौड़ी पर पहुंचकर खिलाड़ियों को समझाया और उनसे 5 दिन का समय मांगा। इसके बाद खिलाड़ियों ने मेडल नरेश टिकैत को सौंप दिया।

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