नई दिल्ली: दिल्ली NCR समेत उत्तर भारत के हिस्सों में कल देर रात हुई बरसात से लोगों ने राहत की सांस ली है. इस बीच 30-40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से धूल भरी हवाएं भी चलेंगी। इतना ही नहीं महाराष्ट्र के भी कई जिलों में बरसात हुई है. मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक […]
नई दिल्ली: दिल्ली NCR समेत उत्तर भारत के हिस्सों में कल देर रात हुई बरसात से लोगों ने राहत की सांस ली है. इस बीच 30-40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से धूल भरी हवाएं भी चलेंगी। इतना ही नहीं महाराष्ट्र के भी कई जिलों में बरसात हुई है. मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को भी आंशिक रूप से बादल छाए रहने और हल्की बरसात की संभावना जताई है।
गर्मी से झुलस रही दिल्ली-NCR और उत्तर भारत के राज्यों ने कल गुरुवार (25 मई) देर रात तब राहत की सांस ली जब तेज आंधी और उसके साथ हुई बरसात ने तेजी से पारा नीचे गिरा दिया है. देर रात हुई बरसात से लोगों ने राहतभरी सांस ली है. आईएमडी ने पहले ही बरसात और आंधी की संभावना जताई थी. राजधानी दिल्ली में आज सुबह से आंशिक रूप से आसमान में बादल छाए हुए हैं.
दरअसल मैदानी राज्यों में जहां यह बरसात गर्मी में राहत बनकर उभरी है तो वहीं उत्तराखंड में भारी बरसात और ओले गिरने के अलर्ट ने वहां के नागरिकों को चिंता में डाल दिया है. वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में तेज बरसात और आंधी से भूस्खलन होने की प्रबल आशंका जताई है. इस बरसात से कई हिस्सों में जारी चार धाम यात्रा पर प्रभाव पड़ने का अनुमान है.
जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के अधिकांश इलाकों में कल गुरुवार दूसरे दिन भी मूसलाधार बरसात से जनजीवन प्रभावित हुआ है। बताया जा रहा है कि किश्तवाड़ की पंचायत केशवान, ब्लाक ठाठरी के बाहलना वन इलाके में बरसात के बीच विशाल पेड़ के गिरने से उसके नीचे दब जाने की वजह से 3 महिलाओं समेत 4 लोगों की मौत हो गई।
New Parliament: जानिए नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर क्या कहता है भारत का संविधान