6 दिन से एक ही जगह पर अटका मानसून, जानें मौसम का मिज़ाज़

नई दिल्ली: जून का महीना बस आने ही वाला है। साथ ही लोगों को भी मानसून के आने का बेसब्री से इंतजार है। ऐसा इसलिए क्योंकि मानसून का सीधा मतलब ठंडक और सुहाने मौसम से है। IMD ने केरल में मानसून के आने में 4 दिन की देरी की बात कही है। मौसम विभाग का […]

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6 दिन से एक ही जगह पर अटका मानसून, जानें मौसम का मिज़ाज़

Amisha Singh

  • May 25, 2023 6:03 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्ली: जून का महीना बस आने ही वाला है। साथ ही लोगों को भी मानसून के आने का बेसब्री से इंतजार है। ऐसा इसलिए क्योंकि मानसून का सीधा मतलब ठंडक और सुहाने मौसम से है। IMD ने केरल में मानसून के आने में 4 दिन की देरी की बात कही है। मौसम विभाग का कहना है कि पिछले एक सप्ताह से मानसून एक ही जगह पर रुका हुआ है। ऐसे में सवाल है कि क्या हमें मानसून के लिए और इंतजार करना पड़ेगा? आइए इस बारे में बात करते हैं:

 

➨ एक हफ्ते से रुका हुआ है मानसून

मौसम विभाग की मानें तो, मानसून आमतौर पर अंडमान निकोबार द्वीप समूह में 22 मई को पहुंचता है, जो इस बार 19 मई को समय से पहले पहुंच गया। हालांकि पिछले शुक्रवार से इसकी रफ्तार थम गई है लेकिन अगले दो से तीन दिनों में पूरे अंडमान और निकोबार द्वीप समूह को कवर करने की उम्मीद है। केरल में मानसून के आगमन की बात करें तो यह आमतौर पर 1 जून को आता है लेकिन इस बार इसमें 4 दिन तक की देरी होने के आसार है। मौसम विभाग ने पहले ही कहा था कि मानसून इस बार 4 दिन लेट हो सकता है।

 

➨ मानसून 4 जून को पहुंचेगा केरल

बता दें कि भारतीय मौसम विभाग ने कहा था कि मानसून 4 जून को केरल आ सकता है। IMD के अनुसार, इस साल केरल में मानसून की शुरुआत बाकी दिनों से थोड़ा देर से हो सकती है। बताया जा रहा है कि केरल में 4 जून से मानसून की शुरुआत हो सकती है। जानकारी के लिए बता दें, यह तारीख एक दम सटीक नहीं होती है। इसमें 4 दिन आगे या पीछे होने की उम्मीद बनी रहती है।

 

➨ मानसून क्या है ?

मानसून एक मौसमी हवा है जो बारिश लाती है, मानसून वह हवा है जो अरब सागर से भारत के दक्षिण-पश्चिमी तट की ओर आती है। जिससे भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि में भारी वर्षा होती है। ये मौसमी हवाएं हैं जो दक्षिण एशियाई क्षेत्र में जून से सितंबर तक यानी चार महीने तक सक्रिय रहती हैं। दूसरे शब्दों में, मानसून शब्द का उपयोग वर्षा के उस चरण को शामिल करने के लिए किया जाता है जो मौसमी रूप से बदलते पैटर्न के साथ होता है।

 

➨ भारत में मानसून कब तक रहता है?

यह शब्द पहली बार ब्रिटिश भारत और पड़ोसी देशों में बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से चलने वाली बड़ी मौसमी हवाओं को शामिल करने के लिए इस्तेमाल किया गया था। ये हवाएँ इस क्षेत्र में भारी बारिश लाती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि मौसम विभाग कैसे तय करता है कि मानसून आ गया है। आपको बता दें कि भारत में सामान्य मानसून आमतौर पर 1 जून को केरल पहुंचता है। मानसून के पहले या बाद में आगमन को प्री-मानसून कहा जाता है।

 

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