नई दिल्ली। दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक में कांग्रेस की प्रचंड बहुमत से जीत से विपक्षी एकजुटता को बल मिला है. वहीं दूसरी तरफ बिहार के सीएम नीतीश कुमार काफी दिनों से कई राज्यों का दौरा कर रहे हैं, जिससे सभी विपक्षी दल को एकजुट किया जा सके और 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा को कड़ी […]
नई दिल्ली। दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक में कांग्रेस की प्रचंड बहुमत से जीत से विपक्षी एकजुटता को बल मिला है. वहीं दूसरी तरफ बिहार के सीएम नीतीश कुमार काफी दिनों से कई राज्यों का दौरा कर रहे हैं, जिससे सभी विपक्षी दल को एकजुट किया जा सके और 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा को कड़ी टक्कर दी जा सकें. हालांकि इस बीच विपक्ष के पीएम उम्मीदवार को लेकर अभी चित्र साफ नहीं हो पाया है. इसी बीच एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने बड़ा बयान दिया है.
बता दें कि एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि, ‘मेरी कोशिश सभी विपक्षी दलों को एक साथ लाने की है. ठीक ऐसी ही कोशिश बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी कर रहे हैं. मैं अगले चुनाव को नहीं लड़ूंगा, ऐसे में मेरे पीएम उम्मीदवार बनने का सवाल ही नहीं उठता है. मैं पीएम बनने की रेस में नहीं हूं. मुझे एक ऐसा नेतृत्व चाहिए जो कि देश के विकास के लिए काम कर सकें.’
224 विधानसभा सीट वाले कर्नाटक राज्य में देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की है. इस जीत के बाद से ही सभी विपक्षी दलों के एकजुट होने की कवायद शुरु हो गई है. बिहार के सीएम जेडीयू नेता नीतीश कुमार लगातार विपक्षी दलों को एक करने के लिए बैठकें कर रहे हैं.
बता दें कि नीतीश कुमार काफी दिनों से सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने का प्रयास कर रहे है. इस दौरान जब वो एनसीपी नेता शरद पवार से मुलाकात की थी तो मीडिया की बातों का जवाब देते हुए नीतीश ने कहा था कि अगर शरद पवार पीएम का चेहरा बनते हैं तो ये सबसे अच्छा होगा. लेकिन अब शरद पवार ने ये साफ कर दिया है कि वो पीएम पद की रेस में नहीं है.
कर्नाटक ने बीजेपी के भ्रष्टाचार को हरा दिया… सिद्धारमैया के शपथ समारोह में बोले राहुल गांधी