बेंगलुरु: कर्नाटक को उसका मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री मिल गया है जहाँ सोमवार यानी आज से राज्य की कांग्रेस सरकार अपना विधानसभा सत्र शुरू करेगी. इसी कड़ी में कांग्रेस के दिग्गज नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से मुलाकात की.बता दें कुछ ही समय पहले शिवकुमार ने बीजेपी नेता-पूर्व केंद्रीय […]
बेंगलुरु: कर्नाटक को उसका मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री मिल गया है जहाँ सोमवार यानी आज से राज्य की कांग्रेस सरकार अपना विधानसभा सत्र शुरू करेगी. इसी कड़ी में कांग्रेस के दिग्गज नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से मुलाकात की.बता दें कुछ ही समय पहले शिवकुमार ने बीजेपी नेता-पूर्व केंद्रीय मंत्री और उनके रिश्तेदार एसएम कृष्णा से मुलाकात की थी.
दरअसल 2021 में डिप्टी सीएम की बेटी ने एसएम कृष्णा के पोते से शादी की थी. बता दें, नई कांग्रेस सरकार के गठन के बाद सोमवार को राज्य का पहला विधानसभा सत्र आज से शुरू होने वाला है. इस दौरान राज्य के सभी नवनिर्वाचित विधायकों को भी शपथ दिलवाई जाएगी और नए अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा. बता दें, कर्नाटक विधानसभा सत्र 24 मई तक यानी तीन दिनों तक चलने वाला है. चालू सत्र के लिए कर्नाटक विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरवी देशपांडे रहेंगे.
शिवकुमार को कट्टर कांग्रेसी कहा जाता है जिनका जन्म 15 मई 1962 को कनकपुरा में डोड्डालहल्ली केम्पे गौड़ा में हुआ. अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत उन्होंने अस्सी के दशक में छात्र राजनीति से की थी.
कर्नाटक में लिंगायतों के बाद दूसरे सबसे प्रभावशाली समुदाय वोक्कालिगा समुदाय से शिवकुमार आते हैं. शिवकुमार अपने छात्र जीवन से ही कांग्रेस से जुड़े रहे. उन्हें गांधी परिवार का वफादार कहा जाता है. कहा तो ये भी जाता है कि कई बार भाजपा ने उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करना चाहा लेकिन हर बार उन्होंने इनकार कर दिया. शिवकुमार 2020 में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख बने और कांग्रेस को एक बार फिर से राज्य में खड़ा करने में उनकी अहम भूमिका रही जिसे पार्टी नहीं भुला सकती है. पार्टी को दोबारा उनकी रणनीतियों के कारण ही मजबूती मिली.
2017 के गुजरात में राज्यसभा चुनाव में स्वर्गीय अहमद पटेल की जीत के पीछे भीउन्हीं का हाथ था. पश्चिमी राज्य में उन्होंने एक रिसॉर्ट में कांग्रेस विधायकों को घेर लिया था. वह कई बार भाजपा से लोहा ले चुके हैं जिसकी सराहना पूरे प्रदेश के कांग्रेसी करते हैं. प्रवर्तन निदेशालय की ओर से शिवकुमार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामा दर्ज़ किया गया था. उन पर टैक्स चोरी और हवाला लेनदेन का आरोप था. इसके बाद भी कांग्रेस उनपर भरोसा जता रही है. यही वजह है कि वह सीएम रेस का हिस्सा बने.