नई दिल्ली। मोदी सरकार ने 2024 के लोकसभा समेत अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले कैबिनेट में बड़ा फेरबदल किया है। बता दें, किरेन रिजिजू को कानून मंत्री के पद से हटा दिया गया है। अब उनकी जगह अर्जुन राम मेघवाल को कानून मंत्री बनाया गया है। मंत्रिमंडल की सलाह के बाद […]
नई दिल्ली। मोदी सरकार ने 2024 के लोकसभा समेत अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले कैबिनेट में बड़ा फेरबदल किया है। बता दें, किरेन रिजिजू को कानून मंत्री के पद से हटा दिया गया है। अब उनकी जगह अर्जुन राम मेघवाल को कानून मंत्री बनाया गया है। मंत्रिमंडल की सलाह के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बदलाव को मंजूरी दी है। वहीं किरेन रिजिजू को कानून मंत्रालय से बदलकर भू- विज्ञान मंत्रालय दिया गया है। इस बीच किरेन रिजिजू ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
किरेन रिजिजू ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, पीएम मोदी के मार्गदर्शन में केंद्रीय कानून और न्यायमंत्री के रूप में सेवा करना एक गौरव और सम्मान की बात रही है। मैं इस देश के नागिरकों को आसानी से न्याय दिलाने और कानूनी सेवाएं प्रदान करने के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, सर्वेच्च न्यायालय के सभी न्यायाधीशों, मुख्य न्यायाधीशों और हाई कोर्ट के न्यायाधीशों, निचली न्यायपालिका और पूरे कानून अधिकारियों को धन्यवाद देता हूं। मैं पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में पीएम नरेंद्र मोदी के विजन को उसी जोश के साथ पूरा करने के लिए तत्पर हूं।
It has been been a privelege and an honour to serve as Union Minister of Law & Justice under the guidance of Hon’ble PM Shri @narendramodi ji. I thank honble Chief Justice of India DY Chandrachud, all Judges of Supreme Court, Chief Justices and Judges of High Courts, Lower… pic.twitter.com/CSCT8Pzn1q
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) May 18, 2023
बीकानेर के किसमिदेसार गांव के एक बुनकर परिवार में जन्मे मेघवाल की शादी 13 साल की उम्र में हो गई थी। पिता के साथ बुनकर के रूप में काम शुरु करने के बाद उन्होंने पढ़ाई जारी रखी। इसक बाद बीकानेर के श्री डुंगर कॉलेज से उन्होंने बीए की डिग्री पाई और उसी संस्थान से वकालत की स्नातक डिग्री एलएलबी और स्नातकोत्तर डिग्री भी हासिल की।
कॉलेज के समय ही मेघवाल ने प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी शुरु कर दी थी। उन्हें भारत डाक एवं तार विभाग में टेलीफोन ऑपरेटर का पद मिला था। इसी दौरान मेघवाल ने टेलीफोन ट्रैफिक एसोसिएशन का चुनाव लड़ा और महासचिव चुने गए। इसके बाद मेघवाल ने दूसरे प्रयास में राजस्थान राज्य प्रशासनिक सेवा की परीक्षा पास कर ली, और आगे जाकर भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी के रूप में उन्हें प्रोन्नति मिली और राजस्थान के चुरू के जिलाधिकारी बने। इसके अलावा मेघवाल ही वो व्यक्ति जिन्होंने राजस्थान के बीकानेर में रॉबर्ट वाड्रा के कथित अवैध भूमि सौदे को सामने लाए थे। जिसके बाद वह राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आ गए थे।