नई दिल्ली: कई बार व्यक्ति सोचता है कि वह पैसे कमा रहा है, लेकिन फिजूलखर्ची हो रही है। घर में हमेशा आर्थिक तंगी की स्थिति बनी रहती है। साथ ही एक समस्या जाती नहीं तो दूसरी आ जाती है। इसका कारण वास्तु दोष हो सकता है। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि समय रहते […]
नई दिल्ली: कई बार व्यक्ति सोचता है कि वह पैसे कमा रहा है, लेकिन फिजूलखर्ची हो रही है। घर में हमेशा आर्थिक तंगी की स्थिति बनी रहती है। साथ ही एक समस्या जाती नहीं तो दूसरी आ जाती है। इसका कारण वास्तु दोष हो सकता है। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि समय रहते इन गलतियों को पहचान कर वास्तु दोषों को खत्म किया जा सके। घर के किचन की बात करें तो यह बहुत अहम जगह है। यहां गलती की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। जरा सी लापरवाही बरतने पर वास्तु दोष पैदा हो सकते हैं। साथ मां अन्नपूर्णा भी आपसे नाराज हो सकती हैं।
झाड़ू घर की एक बहुत ही जरूरी चीज़ों में से है। इसके बिना सफाई की नहीं की जा सकती। यही नहीं, ज्योतिष शास्त्र में तो झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है। इसके बावजूद किचन में कभी भी गलती से झाड़ू नहीं लगानी चाहिए। ऐसे में वास्तु दोष पैदा हो सकते हैं और मां अन्नपूर्णा भी इससे नाराज हो सकती हैं।
बहुत बार लोग किचन में बर्तन टूटने के बाद भी रख देते हैं। वास्तु शास्त्र में इसे सही नहीं माना गया है। टूटे बर्तन वास्तु दोष को आमंत्रित करते हैं। कीचम में टूटे-फूटे बर्तन या कूड़ा-करकट नहीं होना चाहिए। इससे घर में आर्थिक संकट की स्थिति पैदा होने लगती है।
किचन में आईना कभी भूलकर भी न लगाएं। किचन में शीशा लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार किचन में शीशा लगाने से आग की छवि बनती है और जरूरत से अतिरिक्त ऊर्जा उत्पन्न होती है।
जल्दबाजी में कई बार लोग अपनी दवाइयां अपने किचन में ही रख देते हैं। हालांकि वास्तु शास्त्र में ऐसा करना उचित नहीं माना गया है। दवाओं को किचन में रखने से बीमारी और आर्थिक तंगी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यदि कोई बीमार व्यक्ति घर पर दवा का प्रयोग कर रहा है, तो दवा को किचन में न रखें।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष व लोक मान्यताओं पर आधारित है। इस खबर में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए इनख़बर किसी भी प्रकार की पुष्टि नहीं करता है।)