नई दिल्ली: बीते दिनों पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ़्तारी को लेकर खूब बवाल हुआ जिसके विरोध में PTI समर्थकों ने देश भर में हिंसक प्रदर्शन किए. इस हिंसक प्रदर्शन ने पाकिस्तान की मुश्किलें अब और बढ़ा दी हैं. पहले से ही आर्थिक तंगी से बेहाल पाकिस्तान की करोड़ो संपत्ति ये […]
नई दिल्ली: बीते दिनों पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ़्तारी को लेकर खूब बवाल हुआ जिसके विरोध में PTI समर्थकों ने देश भर में हिंसक प्रदर्शन किए. इस हिंसक प्रदर्शन ने पाकिस्तान की मुश्किलें अब और बढ़ा दी हैं. पहले से ही आर्थिक तंगी से बेहाल पाकिस्तान की करोड़ो संपत्ति ये हिंसक प्रदर्शन निगल चुका है.
गौरतलब है कि अल कादिर ट्रस्ट मामले में 9 मई को इमरान खान को NAB ने गिरफ्तार कर लिया था. हालांकि दो दिन बाद उन्हें जमानत मिल गई और 17 मई तक उनकी गिरफ्तारी पर भी रोक लगा दी गई है. लेकिन पाकिस्तान में हिंसक प्रदर्शन अभी भी जारी है. PTI अध्यक्ष के समर्थकों ने इस इमरान खान की गिरफ्तारी के दौरान पूरे देश में जमकर उत्पात किया था. पीएम शहबाज़ शरीफ के आवास तक पर पेट्रोल बम से हमला किया गया था.
पुलिस ने इस हिंसक प्रदर्शन के बाद 250 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें से 76 संदिग्धों रावलपिंडी GHQ पर हुए हमले के संबंध में गिरफ्तार किया गया है. आर्थिक संकट के बाद इस हिंसा ने पाकिस्तान सरकार के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं जिसमें एक अनुमान के अनुसार 25 करोड़ रुपये की निजी और सार्वजनिक संपत्तियां नष्ट हुई हैं.
दरअसल रावलपिंडी पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार हथियारबंद शरारती तत्वों ने डीपीओ इंडस्ट्रियल एरिया में हिंसा तेजी से फैली. महज तीन दिनों के अंदर ही पाकिस्तान की कुल 25 करोड़ की संपत्ति इस हिंसा के चढ़ावे चढ़ गई. 12 वाहनों और 34 मोटरसाइकिलों में आग लगा दी गई थी. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने एक एसएमजी राइफल, 12 बोर की एक राइफल, 42 एंटी राइट किट्स और तीन वायरलेस सेट शरारती बरामद किए हैं. हिंसा को लेकर अब तक 26 मामले दर्ज़ किए जा चुके हैं और 564 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है.
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