नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की संविधान पीठ ने आज दिल्ली सरकार और केंद्र के बीच चल रहे विवाद पर अहम फैसला सुनाया है। बता दें, दिल्ली में अफसरो के ट्रांसफर-पोस्टिंग के अधिकार को लेकर फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अफसरों की पोस्टिंग और ट्रांसफर का अधिकार दिल्ली सरकार के […]
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की संविधान पीठ ने आज दिल्ली सरकार और केंद्र के बीच चल रहे विवाद पर अहम फैसला सुनाया है। बता दें, दिल्ली में अफसरो के ट्रांसफर-पोस्टिंग के अधिकार को लेकर फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अफसरों की पोस्टिंग और ट्रांसफर का अधिकार दिल्ली सरकार के पास होगा। फैसला सुनाते हुए सीजेआई ने कहा कि ये फैसला सभी जजों की सहमति से लिया गया है। बता दें, कोर्ट के फैसले के बाद अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा दिल्ली के लोगों के साथ न्याय करने के लिए माननीय सुप्रीम कोर्ट का दिल से शुक्रिया करते है। इस निर्णय से दिल्ली के विकास की गति कई गुणा बढ़ेगी। आज जनतंत्र की जीत हुई है।
दिल्ली के लोगों के साथ न्याय करने के लिए माननीय सुप्रीम कोर्ट का तहे दिल से शुक्रिया। इस निर्णय से दिल्ली के विकास की गति कई गुना बढ़ेगी।
जनतंत्र की जीत हुई।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 11, 2023
वहीं कोर्ट के फैसले को लेकर राघव चड्ढा ने भी ट्वीट करते हुए लिखा, सत्यमेव जयते माननीय सुप्रीम कोर्ट के आज के फैसले का स्वागत। ये फैसला लोकतंत्र की जीत है, हर एक दिल्लीवासी की जीत है। आज केजरीवाल जी और दिल्ली की जनता का संघर्ष रंग लाया है। दिल्ली को दिल्ली वाले चलाएंगे, पैराशूट से उतारे गए एलजी जैसे लोग नहीं
सत्यमेव जयते🙏
माननीय सुप्रीम कोर्ट के आज के फ़ैसले का स्वागत। ये फ़ैसला लोकतंत्र की जीत है, हर एक दिल्ली वासी की जीत है।
केजरीवाल जी और दिल्ली की जनता का संघर्ष रंग लाया..
दिल्ली को दिल्ली वाले चलाएंगे, पैराशूट से उतारे गये LG जैसे लोग नहीं
— Raghav Chadha (@raghav_chadha) May 11, 2023
कोर्ट ने कहा कि दिल्ली सरकार की शक्तियों को सीमित करने के लिए केंद्र की दलीलों से निपटना आवश्यक है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि ये मामला सिर्फ सर्विसेज पर नियंत्रण का है। सीजेआई ने कहा कि चुनी हुई सरकार को प्रशासन चलाने की शक्तियां मिलनी चाहिए अगर ऐसा नहीं होता है तो ये संघीय ढांचे के लिए बहुत बड़ा नुकसान है।