नई दिल्ली: बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राजस्थान दौरे पर थे. जहां उन्होंने जनसभा संबोधन के दौरान 5,500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. जनसभा सम्बोधन के दौरान राजस्थान के CM अशोक गहलोत भी मौजूद रहे. और उन्होंने कहा की हमारे बीच कोई दुश्मनी नहीं है, ये बस विचारधारा की लड़ाई है […]
नई दिल्ली: बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राजस्थान दौरे पर थे. जहां उन्होंने जनसभा संबोधन के दौरान 5,500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. जनसभा सम्बोधन के दौरान राजस्थान के CM अशोक गहलोत भी मौजूद रहे. और उन्होंने कहा की हमारे बीच कोई दुश्मनी नहीं है, ये बस विचारधारा की लड़ाई है लोकतंत्र में दुश्मनी नहीं होती, वहीं पीएम ने मंच पर उन्हें ‘मेरे दोस्त’ कहकर सम्बोधित किया.
बहरहाल सीएम गहलोत ने ERCP के मुद्दे पर बात करते हुए कहा की राजस्थान के 13 जिलों में पीने के पानी की समस्या है इस पर पीएम मोदी ने कहा की अगर पानी की समस्या का समाधान पहले ही कर लिया गया होता तो ये जल जीवन मिशन की आवश्यकता नहीं होती.
पीएम ने कहा देश के हर क्षेत्र में और हर तरह के इंफ्रास्ट्रक्चर पर इन्वेस्टमेंट हो रहा है. चाहे वो हाईवे हो, रेलवे हो, या एयरपोर्ट हो, हर क्षेत्र में एक अभूतपूर्व गति से काम चल रहा है और भारत सरकार हज़ारों करोड़ में निवेश कर रही है.आगे उन्होंने कहा की भारत सरकार राज्य विकास ही देश विकास जैसे मंत्र पर यकीन करती है, वहीं अगर राजस्थान की बात करें तो- राजस्थान भारत के बड़े राज्यों में से एक है. राजस्थान को हमेशा से भारत की संस्कृति, शौर्य और धरोहर के रूप में देखा गया है. राजस्थान जितना विकास करेगा भारत के विकास को उतनी ही गति मिलेगी.
जन सम्बोधन के दौरान सीएम गहलोत ने कहा की मैं पीएम मोदी का स्वागत करता हूँ और मैं खुश हूँ की आज पीएम मोदी तीन रेलवे प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और चार नेशनल हाईवे का लोकार्पण करने जा रहे हैं. आगे उन्होंने कहा की मैं पीएम मोदी से आग्रह करता हूँ और राज्य की व्यवस्थाओं के लिए लंबित करते हुए पत्र लिखता हूँ. सीएम गहलोत ने कहा की यहां दूसरे राज्यों की तुलना में बिजली, पानी, और सड़क के लिए खर्च ज्यादा है. बहरहाल राजस्थान में अच्छे काम हुए हैं पहले हम गुजरात के मुकाबले काफी पिछड़े हुए थे. अब स्थिति ठीक है.
सीएम गहलोत ने जनसंबोधन के दौरान मंच पर कहा की, लोकतंत्र में दुश्मनी नहीं होती, ये हमारे विचारधारा की लड़ाई है. अपनी बात कहने का, अपने विचार स्पष्ट करने का अधिकार सबको होता है. मैं समझता हूँ की देश में यही माहौल बना रहे सभी धर्म के लोगों में प्रेम भाईचारा बना रहे. गहलोत ने कहा की विपक्ष का सम्मान होना चाहिए यदि इसी भावना से चलेंगे तो देश और तेजी से प्रगति और विकास करेगा.