नई दिल्ली : दिल्ली के जंतर-मंतर पर जारी पहलवानों के प्रदर्शन में अब उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा की खाप पंचायतें भी जुड़ गई हैं. इसके अलावा इस प्रदर्शन को भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का भी समर्थन मिल गया है जहां रविवार को किसान नेता ने जंतर-मंतर से WFI अध्यक्ष बृजभूषण सिंह […]
नई दिल्ली : दिल्ली के जंतर-मंतर पर जारी पहलवानों के प्रदर्शन में अब उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा की खाप पंचायतें भी जुड़ गई हैं. इसके अलावा इस प्रदर्शन को भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का भी समर्थन मिल गया है जहां रविवार को किसान नेता ने जंतर-मंतर से WFI अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ खूब गरजे.
इसी कड़ी में अब किसान यूनियन ने ऐलान किया है जब तक भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक किसान रोज़ाना जंतर-मंतर पर आते रहेंगे. इसके अलावा किसान यूनियन ने सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम भी दे दिया है. यदि 15 दिन के अंदर बृजभूषण सिंह गिरफ्तार नहीं होता तो एक बैठक होगी फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
रविवार को राकेश टिकैत ने एक प्रेस वार्ता की जिसमें साक्षी मालिक और विनेश फोगाट भी मौजूद रहीं. इस प्रेस वार्ता में टिकैत ने कहा कि जब तक पहलवानों की जीत नहीं हो जाती तब तक रोज़ खाप पंचायतें जंतर मंतर पर आएंगी और प्रदर्शन में शामिल होंगी. इसके अलावा राकेश टिकैत ने देश के सभी लोगों से अपील की है कि वह अपने शहरों में पहलवानों के समर्थन में आज शाम को 7 बजे कैंडल मार्च निकालें.
राकेश टिकैत ने जंतर-मंतर पर अपने संबोधन में कहा कि इस मुद्दे पर खाप पंचायतें पहलवानों के साथ हैं. इस बीच किसान यूनियन और पहलवानों के बीच आंदोलन के रोडमैप को लेकर भी बैठक हुई. जहां राकेश टिकैत ने सवाल उठाया कि इस मुद्दे पर मोदी सरकार की आलोचना क्यों नहीं की जा रही है? क्या इस मुद्दे पर राहुल गांधी की आलोचना की जानी चाहिए? उन्होंने आगे कहा कि इसके लिए भूत उतारना पड़ेगा. कभी मिर्ची का इस्तेमाल करना पड़ेगा तो कभी कुछ और करना पड़ेगा.