मुंबई. शिवसेना ने ‘जबर्दस्त असहिष्णुता’ वाले बयान के कारण बीजेपी नेताओं के तीखे हमले से घिरे सुपरस्टार शाहरुख खान का बचाव करते हुए कहा है कि बीजेपी नेताओं को शाहरुख के खिलाफ सिर्फ इसलिए मोर्चा नहीं खोल देना चाहिए कि वो एक मुसलमान हैं.
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, “यह देश सहिष्णु है और देश के मुसलमान भी सहिष्णु हैं. शाहरुख खान को सिर्फ इसलिए निशाना नहीं बनाना चाहिए कि वो एक मुसलमान हैं.”
अवार्ड-सम्मान लौटा रहे लोगों में मुसलमान तो नगण्य हैं: शिवसेना
संजय राउत ने शाहरुख खान को लेकर बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बयान की निंदा करते हुए कहा कि वो असहिष्णुता की बहस में पाकिस्तान को न घसीटें क्योंकि यह भारत का आंतरिक मामला है.
राउत ने ये भी कहा कि वैसे तो सबसे पहले शाहरुख को इस विवाद में पड़ना ही नहीं चाहिए था और दूसरा ये कि अवार्ड-सम्मान लौटा रहे लोगों में मुसलमान तो बिल्कुल नगण्य हैं.
इससे पहले अभिनेता अनुपम खेर ने सोशल साइट ट्विटर पर लिखा था कि कुछ बीजेपी नेताओं को सचमुच जबान पर लगाम लगाने और शाहरुख खान के बारे में अनाश-शनाप बोलना बंद करने की जरूरत है. शाहरुख नेशनल आइकॉन हैं और हमें उन पर गर्व है.
अनुपम खेर से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी बीजेपी नेताओं की आलोचना से घिरे शाहरुख की तारीफ की थी और उम्मीद जताई थी कि शाहरुख की बातों से देश को सहिष्णु, समावेशी और प्रगतिशील बनाने में मदद मिलेगी.
शाहरुख खान के ‘जबर्दस्त असहिष्णुता’ वाले बयान पर बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मंगलवार को एक के बाद एक लगातार पांच ट्वीट करके शाहरुख की देशभक्ति पर सवाल उठाते हुए कहा था कि वो रहते भारत में हैं लेकिन उनका मन पाकिस्तान के साथ है.
कैलाश विजयवर्गीय के बयान की निंदा करते हुए बीजेपी नेता और पार्टी के लंबे समय तक प्रवक्ता रहे केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि कैलाश विजयवर्गीय पार्टी के प्रवक्ता नहीं हैं और वो कैलाश के बयान की भर्त्सना करते हैं.
विजयवर्गीय से पहले बीजेपी नेता साध्वी प्राची ने भी शाहरुख के बयान का विरोध करते हुए कहा था कि अगर शाहरुख को यहां दिक्कत है तो उनको पाकिस्तान चले जाना चाहिए.
साध्वी प्राची और विजयवर्गीय के बाद आज बुधवार को बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ ने शाहरुख की तुलना आतंकी हाफिज सईद से करते हुए कहा कि अगर हिंदू शाहरुख की फिल्में देखना बंद कर दें तो वो सड़क पर आ जाएंगे.