मुंबई: शरद पवार का इस्तीफा 18 सदस्यों वाली एनसीपी कमेटी ने नामंजूर कर दिया है. NCP कमेटी ने इस दौरान कहा है कि सक्रिय राजनीति में रहते हुए शरद पवार पार्टी के अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे. इसी कड़ी में आज यानी शुक्रवार को शरद पवार ने वाईबी चव्हाण सेंटर में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की. […]
मुंबई: शरद पवार का इस्तीफा 18 सदस्यों वाली एनसीपी कमेटी ने नामंजूर कर दिया है. NCP कमेटी ने इस दौरान कहा है कि सक्रिय राजनीति में रहते हुए शरद पवार पार्टी के अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे. इसी कड़ी में आज यानी शुक्रवार को शरद पवार ने वाईबी चव्हाण सेंटर में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की. इस दौरान उन्होंने मीडिया के सामने अपना इस्तीफ़ा वापस लेने की घोषणा की है.
Sharad Pawar takes back his resignation as the national president of NCP.
"I'm taking my decision back," he announces in a press conference. pic.twitter.com/DM9yGPv6CE
— ANI (@ANI) May 5, 2023
प्रेस वार्ता में शरद पवार ने कहा कि मैंने NCP के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. मैंने अपने जीवन के 66 साल राजनीति में पूरे कर लिए हैं.इतनी लंबी पारी खेलने के बाद अब मैं आराम करना चाहता था. लेकिन मेरे इस निर्णय के बाद कार्यकर्ताओं और लोगों में असंतोष दिखाई दिया जहां मेरे सलाहकारों ने कहा कि मुझे इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए. मुझसे मेरे समर्थक और मार्गदर्शक निर्णय वापस लेने का अनुरोध कर रहे थे साथ ही पूरे भारत और महाराष्ट्र के राजनेताओं ने मुझसे वापस आने के लिए अनुरोध किया.
शरद पवार ने आगे कहा कि इन सभी मांगों पर विचार करते हुए और कमेटी द्वारा लिए जा निर्णय पर विचार करते हुए मैंने एनसीपी अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला वापस ले लिया है. मैं भले ही ये फैसला ले रहा हूं लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि पार्टी में एक नए नेतृत्व का निर्माण होना चाहिए और अब मैं इसके लिए काम करूंगा.
NCP नेता अजीत पवार ने शरद पवार के फैसले पर कहा है कि शरद पवार को अपने फैसले (NCP प्रमुख के रूप में पद छोड़ने) को लेकर पुनर्विचार करने में दो से तीन दिन लगेंगे. ऐसे में ये संभव है कि शरद पवार अपने फैसले को वापस ले लें. आने वाले दो से तीन दिन में इस बात का फैसला कर लिया जाएगा. शरद पवार की ओर से अजित पवार ने कहा कि क्योंकि उन्होंने ये फैसले एक दिन में नहीं लिया इसलिए उन्हें इस पर विचार करने के लिए कुछ समय की जरूरत है.
कर्नाटक चुनाव: घोषणा पत्र में कांग्रेस का बड़ा ऐलान- बजरंग दल, PFI जैसे संगठन करेंगे बैन