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Karnataka Election : कांग्रेस के घोषणापत्र के खिलाफ हर मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ करेगी बीजेपी

बेंगलुरु : कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र 2 मई को जारी किया था. कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में पीएफआई और बजरंग दल को बैन करने का वादा कर दिया है. उसके बाद विधानसभा चुनाव में नया मोड़ आ गया है. बीजेपी ने बजरंग दल को हनुमान जी से जोड़ दिया है. पीएम ने जनसभा में […]

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Karnataka Election : कांग्रेस के घोषणापत्र के खिलाफ हर मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ करेगी बीजेपी
  • May 3, 2023 3:56 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

बेंगलुरु : कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र 2 मई को जारी किया था. कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में पीएफआई और बजरंग दल को बैन करने का वादा कर दिया है. उसके बाद विधानसभा चुनाव में नया मोड़ आ गया है. बीजेपी ने बजरंग दल को हनुमान जी से जोड़ दिया है. पीएम ने जनसभा में कहा कि कांग्रेस पहले भगवान राम को ताला में बंद रखी थी अब हनुमान जी को ताला में बंद करना चाहती है. भारतीय जनता पार्टी ने ऐलान कर दिया है कि 4 मई को शाम 7 बजे कर्नाटक के हर मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ करेंगी.

पीएम ने कांग्रेस पर कसा तंज

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि ये तुष्टिकरण की राजनीति करती है. अपने घोषणापत्र हनुमान जी को ताले में बंद करने की बात कर रही है. पीएम मोदी ने प्रदेश की जनता से अपील कि की कांग्रेस की सोज को आपलोगों को नहीं भूलना चाहिए. कांग्रेस शुरु से तुष्टिकरण की राजनीति करती है. आंतकियों को जब मारा जाता है तो कांग्रेस नेताओं को ऑख में आंसू आ जाता है.

आज से करीब 31 साल पहले भी कांग्रेस की सरकार बजरंग दल पर बैन लगा चुकी है. दरअसल ये पूरा मामला साल 1992 के राम मंदिर आंदोलन से जुड़ा हुआ है जब 6 दिसंबर 1992 को एक उन्मादी भीड़ ने अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहा दिया था. इसके बाद कांग्रेस की नरसिम्हा राव सरकार ने एक्शन लेते हुए पांच संगठनों पर प्रतिबंध लगाया था जिसमें बजरंग दल भी शामिल था. जिन पांच संगठनों पर बैन लगाया गया था उनमें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS), विश्व हिन्दू परिषद (VHP), इस्लामिक सेवक संघ, और जमात-ए-इस्लामी हिंद शामिल थे.

10 मई को वोटिंग, 13 को नतीजे

गौरतलब है कि, कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव होगा. राज्य की सभी 224 विधानसभा सीटों पर एक ही दिन वोट डाले जाएंगे. इसके बाद 13 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे. 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 104 सीटें जीती थी. वहीं कांग्रेस के खाते में 80 सीटे आई थी. जेडीएस ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी. चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई थी, लेकिन 13 महीने में ही कुछ विधायकों के बागी होने के बाद सरकार गिर गई. जिसके बाद बागियों की मदद से बीजेपी ने राज्य में अपनी सरकार बनाई.

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