Advertisement

दिल्ली: धरने पर बैठे पहलवानों के समर्थन में जंतर-मंतर पहुंचे कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना-प्रदर्शन जारी है। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर देश के नामचीन पहलवान पिछले एक हफ्ते से अधिक वक्त से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। पहलवानों के धरने के समर्थन में कई राजनीतिक दल सामने […]

Advertisement
दिल्ली: धरने पर बैठे पहलवानों के समर्थन में जंतर-मंतर पहुंचे कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू
  • May 1, 2023 1:18 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना-प्रदर्शन जारी है। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर देश के नामचीन पहलवान पिछले एक हफ्ते से अधिक वक्त से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। पहलवानों के धरने के समर्थन में कई राजनीतिक दल सामने आए हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बीते दिनों अपना समर्थन जताने जंतर-मंतर पहुंच चुके हैं। इस बीच कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिंदधू जंतर-मंतर पहुंचे हैं। सिद्धू ने धरना दे रहे पहलवानों से मुलाकात की है।

खेल जगत से मिला धरने को समर्थन

बता दें कि देश के कई दिग्गज खिलाड़ी पहलवानों के समर्थन में सामने आए हैं। जिसमें ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा, पूर्व टेनिस स्टार सानिया मिर्जा, पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, कपिल देव और इरफान पठान शामिल हैं। इन पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर धरना दे रहे पहलवानों के समर्थन में पोस्ट लिखी है और उनके लिए न्याय मांगा है।

दूसरी बार धरने पर बैठैं है पहलवान

गौरतलब है कि दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवानों का ये दूसरा धरना है, इससे पहले जनवरी महीने में भी पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ धरना दिया था। 18 जनवरी 2023 को कुश्ती महासंघ और पहलवानों के बीच ये विवाद सबके सामने आया था, जब जंतर-मंतर पर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया समेत कई दिग्गज पहलवान जुटे थे। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ऊपर यौन शोषण समेत कई गंभीर आरोप लगाए थे और उन्हें पद से हटाने की मांग की थी। खेल मंत्रालय द्वारा जांच कमेटी गठित किए जाने के बाद उन्होंने अपना धरना खत्म किया था। लेकिन जब WFI अध्यक्ष के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई तो पहलवान एक बार फिर धरने पर बैठ गए।

यह भी पढ़ें-

महाराष्ट्र: गढ़चिरौली में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, मारे गए 3 नक्सली

PM Modi की सुरक्षा में बड़ी चूक, मैसूर में रोडशो के दौरान काफिले की ओर फेंका मोबाइल

Advertisement