नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात का 100वां एपिसोड का लाइव प्रसारण किया। इस दौरान पीएम ने 100वें एपिसोड के लिए देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि एपिसोड से पहले मुझे बड़ी संख्या में पत्र मिले थे, जिनको पढ़कर में काफी ज्यादा भावुक हुआ, मन की बात अब एक […]
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात का 100वां एपिसोड का लाइव प्रसारण किया। इस दौरान पीएम ने 100वें एपिसोड के लिए देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि एपिसोड से पहले मुझे बड़ी संख्या में पत्र मिले थे, जिनको पढ़कर में काफी ज्यादा भावुक हुआ, मन की बात अब एक पर्व बन गया है।
बता दें, इस कार्यक्रम को भारत समेत अमेरिका और ब्रिटेश के अलावा अन्य देशों में भी सुना गया है। इस दौरान लंदन के इंडिया हाउस में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और न्यू जर्सी से विदेश मंत्री एस. जयशकंर ने अमेरिका में रह रहे प्रवासी भारतीयों के साथ मन की बात को सुना। इस दौरान यूनेस्को की डीजी ने मन की बात में पीएम मोदी से बात करते हुए कई महत्वपूर्ण बातें कहीं –
इस दौरान मन की बात में यूनेस्को की डीजी ने कहा कि मैं इस अवसर के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद देती हूं। यूनेस्कों और भारत का लंबा इतिहास रहा है। शिक्षा, संचार और अन्य मामलों को लेकर हमने साथ में काम किया है। यूनेस्को प्रयास कर रहा है कि दुनिया में 2030 तक सबको शिक्षा मिले। इसके अलावा यूनेस्को संस्कृति को बचाने के लिए भी काम कर रहा है। हम अंतरराष्ट्रीय एजेंडे के टॉप पर शिक्षा और संस्कृति को रखना चाहते हैं।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने लंदन के इंडिया हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुना इस दौरान उनके साथ दूतावास के कर्मचारियों के अलावा प्रवासी भारतीय भी मौजूद रहे।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मन की बात ने कई जनआंदोलनों को जन्म देने के अलावा उन्हें गति देना का भी काम किया है। चाहे मेक इन इंडिया के तहत बनाए जा रहे खिलौनों को विस्तार देने की बात हो या देश के छोटे दुकानदारों के साथ किसी तरह का मोलभाव ना करने का प्रण, जनता ने हमेशा मेरा साथ दिया है। इसके अलावा जब हर घर तिरंगा अभियान शुरू हुआ था, तब भी इस कार्यक्रम ने लोगों को प्रेरित करने में अहम भूमिका निभाई थी।
पीएम मोदी ने कहा, जब मैंने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ मन की बात पर चर्चा की तो इसकी चर्चा विश्व स्तर में हुई थी। इसके अलावा मेरे मार्गदर्शक लक्ष्मण लाल जी हमेशा कहते थे कि हमें दूसरों के गुणों की हमेशा पूजा करनी चाहिए। कोई हमारी साथ हो या हमारा विरोधी, हमें उसके गुणों से सीखना चाहिए। मन की बात दूसरों के गुणों से सीखने का बहुत बड़ा माध्यम बन गया है। इस कार्यक्रम ने कभी भी मुझे आपसे दूर नहीं होने दिया है।