नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी आज अपने कार्यक्रम मन की बात का 100वां एपिसोड पूरा करने जा रहे है। ऐसे में ये एक अच्छा समय है जब इस कार्यक्रम के उद्देश्य और उपलब्धियों को लेकर विचार किया जाए। मन की बात कार्यक्रम एक उदाहरण है कि कैसे तकनीक का सहारा लेकर देश के नागरिकों के […]
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी आज अपने कार्यक्रम मन की बात का 100वां एपिसोड पूरा करने जा रहे है। ऐसे में ये एक अच्छा समय है जब इस कार्यक्रम के उद्देश्य और उपलब्धियों को लेकर विचार किया जाए। मन की बात कार्यक्रम एक उदाहरण है कि कैसे तकनीक का सहारा लेकर देश के नागरिकों के साथ जुड़ा जा सकता है। इसके अलावा संवाद के जरिए देश के निर्माण में सभी नागरिकों को साथ लेकर चलने का काम इस कार्यक्रम ने किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के जरिए देश के हर उन मुद्दों और चुनौतियों पर चर्चा की है। जिससे देश के हर नागरिक को अपनी जिंदगी में दो-चार होना पड़ता है। चाहे स्वच्छ भारत मिशन के जरिए देश को स्वच्छ रखना हो या महिलाओं का सशक्तिकरण को लेकर काम। मन की बात कार्यक्रम ने सभी क्षेत्रीय, भाषाई और भौगोलिक बाधाओं को पार करते हुए वास्तव में देश की तरक्की और धर्मनिरपेक्ष भारत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
मन की बात कार्यक्रम एक रास्ता है जिसके जरिए देश के करोड़ों लोग संचार के बेहद लोकप्रिय और सस्ते माध्यम यानी रेडियों के जरिए अपने प्रधानमंत्री के साथ सीधा संवाद कर सकते है। इसके अलावा इस कार्यक्रम की एक खास बात जो सबसे हटकर है, वो ये की कार्यक्रम के जरिए उन लोगों को देश के सामने लाया जाता है। जो प्रत्येक दिन देश की तरक्की में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं, लेकिन देश के लोग इन्हें जान नहीं पाते।
ऐसा एक उदाहरण सुरेखा यादव का है जो देश की पहली महिला लोकोमोटिव ड्राइवर है, इसके अलावा कश्मीर की नन्ही जन्नत हो या कोविड वर्कर पूनम नौटियाल ये कुछ ऐसी महिलाएं है जिनका उल्लेख मन की बात कार्यक्रम में किया गया है। इसके अलावा कोरोना काल में भी पीएम मोदी ने मन की बात के जरिए कोरोना योद्धाओं की भूमिका को देश के लोगों के सामने दिखाया था। मन की बात ने महामारी के दौरान अति महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। मन की बात के जरिए ही पीएम मोदी ने पूरे देश को एकजुट करते हुए कोरोना वायरस से लड़ने के लिए प्रेरित किया था।