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गिरफ्तारी से पहले अमृतपाल पहुंचा था इस गांव, जानें वजह

चंडीगढ़: खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह अब पुलिस हिरासत में है और अमृतपाल 18 मार्च से फरार चल रहा था। अमृतपाल खुद को जनरल सिंह भिंडरांवाले के जैसा मानता था। अमृतपाल भी उसी ढर्रे पर चल रहा था। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, अमृतपाल सिंह को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार किया गया था। […]

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गिरफ्तारी से पहले अमृतपाल पहुंचा था इस गांव, जानें वजह
  • April 26, 2023 10:44 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

चंडीगढ़: खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह अब पुलिस हिरासत में है और अमृतपाल 18 मार्च से फरार चल रहा था। अमृतपाल खुद को जनरल सिंह भिंडरांवाले के जैसा मानता था। अमृतपाल भी उसी ढर्रे पर चल रहा था। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, अमृतपाल सिंह को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार किया गया था। आपको बता दें कि पंजाब के मोगा स्थित गुरुद्वारे में अमृतपाल ने सरेंडर किया। यह गुरुद्वारा रोड दे मोगा गांव में स्थित है। और यहीं से यह चर्चा भी शुरू हो गई कि लगातार पुलिस से भाग रहे अमृतपाल ने इस गांव में पहुंचकर ही सरेंडर क्यों किया।

 

➨ भिंडरावाला कनेक्शन?

दरअसल, मोगा का रोडे गांव भिंडरावाला का पैतृक गांव है। भिंडरावाला का जन्म यहीं हुआ था। भिंडरावाला का जन्म जिस स्थान पर हुआ था, उस स्थान पर एक गुरुद्वारा बनाया गया था। गिरफ्तारी से पहले अमृतपाल ने इसी गुरुद्वारे से एक बयान जारी किया था। दमदमी टकसाल इस गुरुद्वारे को मैनेज करता है। अमृतपाल ने अपने इस ब्यान में यह भी कहा कि जनरल सिंह भिंडरांवाले का जन्म इसी पवित्र जगह पर हुआ था। भिंडरावाला का परिवार आज भी रोडे गांव में रहता है। उनके भाई और भतीजा भी इसी गांव में रहते हैं। इसके अलावा अमृतपाल सिंह ने जब ‘वारिस पंजाब दे’ की कमान संभाली थी तो उनकी दस्तरबंदी भी यहीं की गई थी। इस दौरान अमृतपाल ने कहा कि उसका आदर्श भिंडरावाला ही है। और जब गिरफ्तारी से पहले भी अमृतपाल ने यही बात कही थी।

 

➨ गुरुद्वारे में किया सरेंडर

मिली जानकारी के मुताबिक, भिंडरावाला के भतीजे और अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार ने दावा किया कि अमृतपाल ने गुरुद्वारे में खुद को सरेंडर कर दिया, जिसके बाद उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पंजाब पुलिस ने सुबह 7 बजे अमृतपाल को गिरफ्तार किया था। अमृतपाल 36 दिन से फरार चल रहा था और लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था। पंजाब पुलिस के दस्ते लगातार उसकी तलाश कर रहे थे। दो बार अमृतपाल पुलिस की गिरफ्त से बच चुका था। इस बीच अमृतपाल के कई साथी उसकी मदद करते हुए पकड़ लिए गए। उसके साथी पप्पलप्रीत, जिसे उसने अमृतपाल को भगाने में मदद की थी, को भी पुलिस ने 10 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया था। पिछले हफ्ते पुलिस ने अमृतपाल सिंह की वाइफ को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की थी।

 

 

 

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