बेंगलुरू। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग को अब सिर्फ 15 दिनों का वक्त बचा है। जिसे देखते हुए सभी राजनीतिक दलों ने अपने प्रत्याशियों के प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। राजनेताओं के साथ-साथ फिल्मों के सितारे भी चुनावी प्रचार में जुटे हैं। कन्नड़ फिल्मों के सुपरस्टार किच्चा सुदीप सत्तारूढ़ भारतीय जनता […]
बेंगलुरू। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग को अब सिर्फ 15 दिनों का वक्त बचा है। जिसे देखते हुए सभी राजनीतिक दलों ने अपने प्रत्याशियों के प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। राजनेताओं के साथ-साथ फिल्मों के सितारे भी चुनावी प्रचार में जुटे हैं। कन्नड़ फिल्मों के सुपरस्टार किच्चा सुदीप सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों के लिए धुंआधार प्रचार कर रहे हैं।
कन्नड़ अभिनेता किच्चा सुदीप ने आज चित्रदुर्ग में मोलाकलमुरु विधानसभा क्षेत्र में रोड शो किया। सुदीप ने इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार एस थिप्पेस्वामी के लिए प्रचार किया। इससे पहले कन्नड़ अभिनेता ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के साथ शिगगांव में रोड शो किया, जब सीएम अपना नामांकन दाखिल करने जा रहे थे। उस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी सीएम बोम्मई और सुदीप के साथ मौजूद थे।
#WATCH | Kannada actor Kiccha Sudeep campaigns for Bharatiya Janata Party candidate from Molakalmuru Assembly constituency, S Thippeswamy, in Chitradurga#KarnatakaElections pic.twitter.com/CL7I4mY0UG
— ANI (@ANI) April 26, 2023
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कर्नाटक में ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार कर रहे हैं। आज उन्होंने मांड्या जिले में रोड शो किया और एक जनसभा को संबोधित किया। सीएम योगी ने अपने संबोधन में कांग्रेस पार्टी के ऊपर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एक तरफ डबल इंजन की हमारी सरकार पीएफआई को बैन करती है, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी तुष्टिकरण करने का काम करती है। वो धर्म के आधार पर आरक्षण देती है। यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण देना भारत के संविधान के खिलाफ है और ये मंजूर नहीं है।
गौरतलब है कि, कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव होगा। राज्य की सभी 224 विधानसभा सीटों पर एक ही दिन वोट डाले जाएंगे। इसके बाद 13 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 104 सीटें जीती थी। वहीं कांग्रेस के खाते में 80 सीटें आई थी। जेडीएस ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी। चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई थी, लेकिन 13 महीने में ही कुछ विधायकों के बागी होने के बाद सरकार गिर गई। जिसके बाद बागियों की मदद से बीजेपी ने राज्य में अपनी सरकार बनाई।