बेंगलुरू। कर्नाटक के पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता केएस ईश्वरप्पा ने सोमवार को विवादित बयान दिया। शिवमोग्गा विधानसभा क्षेत्र में लिंगायत समुदाय की बैठक को संबोधित करते हुए ईश्वरप्पा ने कहा कि हमें एक भी मुसलमान का वोट नहीं चाहिए। पूर्व मंत्री मीटिंग में धर्म परिवर्तन को लेकर अपनी बात रख रहे थे। पीएम मोदी […]
बेंगलुरू। कर्नाटक के पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता केएस ईश्वरप्पा ने सोमवार को विवादित बयान दिया। शिवमोग्गा विधानसभा क्षेत्र में लिंगायत समुदाय की बैठक को संबोधित करते हुए ईश्वरप्पा ने कहा कि हमें एक भी मुसलमान का वोट नहीं चाहिए। पूर्व मंत्री मीटिंग में धर्म परिवर्तन को लेकर अपनी बात रख रहे थे।
बता दें कि केएस ईश्वरप्पा ने विधानसभा चुनाव के ऐलान से पहले ही चुनावी राजनीति से संन्यास का ऐलान कर दिया था। इसके बाद वो शिवमोग्गा विधानसभा सीट से अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहे थे। लेकिन जब बीजेपी ने उनके बेटे को टिकट नहीं दिया तो ईश्वरप्पा पार्टी आलाकमान से नाराज हो गए। इसके बाद उन्हें मनाने की कोशिश तेज हुई। इस बीच 21 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी ने ईश्वरप्पा से फोन पर बात की। पीएम मोदी ने ईश्वरप्पा की काफी तारीफ की, जिससे वो काफी खुश नजर आए। प्रधानमंत्री ने ईश्वरप्पा से कहा कि पार्टी हमेशा उनके साथ रहेगी।
पूर्व मंत्री ईश्वरप्पा ने प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत के बाद कहा कि मुझे उनके फोन कॉल की उम्मीद नहीं थी। हम कर्नाटक में फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार लाने के लिए पूरा प्रयास करेंगे। जानकारी के लिए बता दें कि ईश्वरप्पा कर्नाटक सरकार में उपमुख्यमंत्री के पद पर रह चुके हैं। उन्होंने हाल ही पार्टी आलाकमान को बताया था कि वह चुनावी राजनीति से संन्यास ले रहे हैं। इसके साथ ही पूर्व मंत्री ने बीजेपी नेतृत्व से उन्हें शिवमोग्गा से चुनावी मैदान में नहीं उतारने का अनुरोध किया था। हालांकि उन्होंने इस सीट से अपने बेटे केई कांतेश के लिए टिकट मांगा था, लेकिन बीजेपी ने चन्नाबासप्पा को अपना उम्मीदवार बनाया है।
गौरतलब है कि इससे पहले 20 अप्रैल को ईश्वरप्पा ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि वह भारतीय जनता पार्टी से नाराज नहीं है। बीजेपी आगामी विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। ईश्वरप्पा ने कहा जो लोग भी बीजेपी छोड़कर कांग्रेस और जेडीएस में शामिल हो चुके हैं, मुझे उन्हें फिर से वापस लाना है। भाजपा जीतेगी और भारी बहुमत के साथ फिर से राज्य में सरकार बनाएगी।