नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज अपना सरकारी आवास खाली कर दिया है। इस दौरान कांग्रेस नेता ने कर्मचारियों के साथ फोटो खिंचवाई है और बंगला खाली करने पर बोले हैं कि सच बोलने की कीमत चुकाई है। सदस्यता जान के बाद खाली किया घर कांग्रेस नेता केरल के वायनाड से सांसद थे। […]
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज अपना सरकारी आवास खाली कर दिया है। इस दौरान कांग्रेस नेता ने कर्मचारियों के साथ फोटो खिंचवाई है और बंगला खाली करने पर बोले हैं कि सच बोलने की कीमत चुकाई है।
कांग्रेस नेता केरल के वायनाड से सांसद थे। मानहानि मामले में दोषी पाए जाने के बाद इनको 2 साल की सजा सुनाई गई थी। वहीं जनप्रतिनिधि कानून के तहत 2 साल या उससे ज्यादा की सजा होने पर संसद की सदस्यता रद्द कर दी जाती है। इसी के तहत राहुल गांधी की सदस्यता चली गई और फिर इनको सरकारी बंगला खाली करना पड़ा है।
पूर्व वायनाड सांसद ने 12, तुगलक लेन बंगले को खाली करके इसकी चाबी अधिकारियों को दे दी है। वो 19 साल से इस सरकारी आवास में रह रहे थे। सरकार आवास को खाली करने के बाद उन्होंने बताया था कि, ये मैने सच बोलने की कीमत चुकाई है। उन्होंने आगे कहा कि, हिंदुस्तान की जनता ने उनको घर दिया था।
बता दें, संसद सदस्य से अयोग्य ठहराए जाने पर लोकसभा सचिवालय ने नोटिस भेजकर उनसे 22 अप्रैल तक बंगला खाली करने को कहा था। राहुल गांधी पहली बार 2004 में उत्तर प्रदेश के अमेठी से सांसद चुने गए और 2019 में उन्होंने वायनाड से लोकसभा चुनावों में जीत हासिल की थी।
बता दें, सूरत की एक अदालत ने 23 मार्च को राहुल गांधी को मानहानि मामले में दोषी ठहराया था और उन्हें दो साल की सजा सुनाई थी। कोर्ट के फैसले के खिलाफ राहुल ने सूरत की सत्र अदालत में मजिस्ट्रेट अदालत के आदेश को चुनौती दी थी, जिस पर कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए अपील को खारिज कर दिया था। फिलहाल अपील खारिज होने के बाद राहुल अगले हफ्ते गुजरात हाईकोर्ट में फैसले को चुनौती देंगे।