Advertisement

भारत के बाद पाकिस्तान को रूस ने दिया वही ऑफर, सऊदी-यूएई की बढ़ेंगी मुश्किलें

नई दिल्ली: पिछले कई महीनों से भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान आर्थिक संकट और महंगाई की मार से गुजर रहा है. इस मुश्किल परिस्थिति में रूस पाकिस्तान की मदद के लिए आगे आया है. रिपोर्ट्स की मानें तो रूस ने भारत की ही तरह पाकिस्तान में सस्ता तेल निर्यात करने की बात कही है. इस […]

Advertisement
भारत के बाद पाकिस्तान को रूस ने दिया वही ऑफर, सऊदी-यूएई की बढ़ेंगी मुश्किलें
  • April 21, 2023 8:05 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली: पिछले कई महीनों से भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान आर्थिक संकट और महंगाई की मार से गुजर रहा है. इस मुश्किल परिस्थिति में रूस पाकिस्तान की मदद के लिए आगे आया है. रिपोर्ट्स की मानें तो रूस ने भारत की ही तरह पाकिस्तान में सस्ता तेल निर्यात करने की बात कही है. इस बात की जानकारी पाकिस्तान के पेट्रोलियम मंत्री मुसादिक मलिक ने दी है.

सस्ते में कच्चा तेल देगा रूस

पाक पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि पकिस्तान ने रूसी कच्चे तेल की पहली खेप का ऑर्डर रियायती कीमतों पर दे दिया है. भुगतान संकट और गंभीर रूप से विदेशी मुद्रा की कमी से जूझ रहे पाकिस्तान को रूस के साथ हुई इस डील से कुछ राहत मिलेगी. एक समाचार एजेंसी को दिए गए इंटरव्यू के दौरान पकिस्तान मंत्री मुसादिक मलिक ने कहा है कि पाकिस्तान और रूस के बीच ट्रेड डील हुई है जिसके अनुसार हमने रियायत कीमतों पर रूस से कच्चे तेल के लिए पहला आर्डर दिया है जो प्लेस भी हो गए हैं. शिपमेंट मई महीने में कराची बंदरगाह पर डॉक हो सकता है.

बना तीसरा देश

उन्होंने आगे बताया कि इस सौदे के तहत पाकिस्तान रूस से केवल कच्चा तेल ही खरीदने वाला है. पाकिस्तान रूस से रिफाइन ईंधन नहीं खरीदने वाला है और इस डील के बाद रूस से प्रति दिन एक लाख बैरल तक पाकिस्तान में आयात की उम्मीद है. उधर रूस से पाकिस्तान का कच्चा तेल खरीदना एक फायदे का सौदा है. भारत और चीन के बाद पाकिस्तान रूस से कच्चा तेल खरीदने वाला तीसरा देश है जो प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भी रूस से भारी मात्रा में तेल का आयात कर रहा है.

रूस पर है आर्थिक प्रतिबंध

दरअसल अमेरिका समेत कई पश्चिमी देशों ने यूक्रेन और रूस के युद्ध के बाद रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए हैं. इसके बाद रूसी कच्चे तेल पर प्राइस कैप लागू है जिसकी कीमत 60 डॉलर प्रति बैरल तय कर दी गई है. वहीं इस डील से मिडिल ईस्ट देशों पर पड़ेगा जिनपर अब तक पाकिस्तान निर्भर करता था. जिसमें सऊदी अरब भी शमिल है. आंकड़ों के अनुसार पाकिस्तान ने 2022 में प्रतिदिन 154,000 बैरल तेल का आयात किया था जो साल 2021 की तुलना में फ़्लैट था. ऐसे में पाकिस्तान की मदद के लिए रूस का आना सऊदी अरब और यूएई के लिए एक झटका है.

यह भी पढ़ें-

Ateeq-Ashraf Murder: आखिरी बार 7-8 दिन पहले घर आया था आरोपी लवलेश तिवारी, पिता ने कहा हमसे कोई मतलब नहीं

बड़ा माफिया बनना चाहते थे तीनों शूटर्स, पहले भी किए थे कई सारे मर्डर, जानिए अतीक को मारने वालों की कुंडली

Advertisement