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Karnataka Election : AAP भी लड़ेगी विधानसभा चुनाव, बीजेपी को देगी 15 सीटों पर टक्कर

बेंगलुरू : कर्नाटक विधानसभा चुनाव का ऐलान हो गया है और लगभग सभी पार्टियों ने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. उम्मीदवारों की घोषणा होने के बाद पार्टियों में घमासान मचा हुआ है. जिस नेता को टिकट नहीं मिला है वे पार्टी छोड़कर दूसरे पार्टी में जा रहे है. AAP उतारेगी लगभग 200 उम्मीदवार कर्नाटक […]

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Karnataka Election : AAP भी लड़ेगी विधानसभा चुनाव, बीजेपी को देगी  15 सीटों पर टक्कर
  • April 17, 2023 6:31 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

बेंगलुरू : कर्नाटक विधानसभा चुनाव का ऐलान हो गया है और लगभग सभी पार्टियों ने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. उम्मीदवारों की घोषणा होने के बाद पार्टियों में घमासान मचा हुआ है. जिस नेता को टिकट नहीं मिला है वे पार्टी छोड़कर दूसरे पार्टी में जा रहे है.

AAP उतारेगी लगभग 200 उम्मीदवार

कर्नाटक में 224 विधानसभा की सीटें है. मौजूदा समय में वहां पर बीजेपी की सरकार है और सीएम बसवराज बोम्मई हैं. विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी भी लगभग 200 उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है. 2018 में आम आदमी पार्टी ने विधानसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन कुछ सफलता हाथ नहीं लगी थी. आप को एक प्रतिशत भी वोट नहीं मिला था. आम आदमी पार्टी के सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी.आम आदमी पार्टी को चुनाव आयोग ने हाल ही में राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया है जिसके बाद कार्यकर्ताओं के हौसले बुलंद है. पिछले साल गुजरात में हुए विधानसभा चुनाव में आप ने अच्छा प्रदर्शन किया था. आप के नेताओं ने कहा कि हम बीजेपी को 15 सीटों पर कड़ी टक्कर दे रहे है और हमे उम्मीद है कि हम जीतेंगे.

कित्तूर कर्नाटक में लिंगायत समुदाय का दबदबा

इस इलाके को पहले मुंबई कर्नाटक के नाम से जाना जाता था. लेकिन मुंबई और कर्नाटक के बीच 2021 में सीमा विवाद हुआ था उसके बाद सीएम बसवराज बोम्मई ने मुंबई कर्नाटक का नाम बदलकर कित्तूर कर्नाटक कर दिया. कित्तूर कर्नाटक में लिंगायुत समुदाय का दबदबा रहा है जिस वजह से बीजेपी की यहां पर मजबूत पकड़ है. बीजेपी के वरिष्ठ और दिग्गज नेता बीएस येदियुरप्पा और मौजूदा सीएम बसवराज बोम्मई लिंगायत समुदाय से आते हैं. इस इलाके में सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा पानी है क्योंकि यहां पर पानी की बहुत बड़ी समस्या है.

2013 में जब येदियुरप्पा पार्टी से अलग हो गए थे तब कांग्रेस को फायदा मिला था. इस इलाके में विधानसभा की 28 सीटें है. 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 28 सीटों में से 14 सीटें और बीजेपी ने 10 सीटों पर जीत दर्ज की थी वहीं जेडीएस के खाते में 4 सीटें गई थी. येदियुरप्पा जब पार्टी में लौटे तो फिर से यहां पर दबदबा बढ़ गया और जेडीएस का सफाया हो गया.

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