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Karantaka चुनाव में दिखा BJP का परिवारवाद, सीएम के बेटे को मिला टिकट, जानिए टिकट बंटवारे की 5 बड़ी बातें

बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए BJP ने मंगलवार को 189 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी अरुण सिंह ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की। बता दें, केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होने […]

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Karantaka चुनाव में दिखा BJP का परिवारवाद, सीएम के बेटे को मिला टिकट, जानिए टिकट बंटवारे की 5 बड़ी बातें
  • April 12, 2023 9:46 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए BJP ने मंगलवार को 189 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी अरुण सिंह ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की। बता दें, केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होने के बाद बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दिया है। जानिए टिकट बंटवारे से जुड़ी 5 बड़ी बातें –

1. 52 नए चेहरों को दिया मौका

बीजेपी ने इस बार कर्नाटक चुनावों में कुल 52 नए चेहरों को चुनावी मैदान में उतारा है। लिस्ट के मुताबिक पार्टी ने 189 उम्मीदवारों की सूची में इस बार जहां 32 उम्मीदवार अन्य पिछड़ा वर्ग से हैं वहीं 30 उम्मीदवार अनुसूचित जाति और 16 अनुसूचित जनजाति वर्ग से आते है। इसके अलावा पार्टी ने सूची में पांच वकील, नौ डॉक्टर, तीन कादमिक क्षेत्र, एक सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी और एक भारतीय पुलिस सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी को भी टिकट दिया है। इसके अलावा टिकट में 8 महिलाओं को भी जगह दी गई हैं।

2. राष्ट्रीय महासचिव यहां से लड़ेंगे चुनाव

बीजेपी के बड़े नेताओं की बात की जाए तो राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि अपनी पारंपरिक चिकमगलूर सीट से उम्मीदवार है। वहीं कर्नाटक के मंत्री आर अशोक, कनकपुरा में प्रदेश कांग्रेस प्रमुख डी शिवकुमार के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।

3. ईशलरप्पा ने टिकट लेने से किया मना

वहीं बीजेपी की कर्नाटक इकाई के वरिष्ठ नेता के एस ईश्लरप्पा ने टिकट के ऐलान होने के कुछ घंटे पहले ही पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जाहिर की। उन्होंने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से कहा कि वह चुनावी राजनीति से संन्यास लेना चाहते हैं और 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव में किसी सीट से उन्हें उम्मीदवार बनाने पर विचार नहीं करने का आग्रह भी किया।

4. शेट्टार को नहीं दिया गया टिकट

वहीं पार्टी ने कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता जगदीश शेट्टार को भी टिकट देने से इंकार कर दिया है। शेट्टार ने मंगलवार को कहा कि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने के लिए कहा, जिस पर उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं को अपनी राय से अवगत करा दिया है। शेट्टार ने कहा है कि उन्होंने पार्टी नेतृत्व से कहा है कि वह फिर से चुनाव लड़ेंगे और उनसे उन्हें एक और अवसर देने का अनुरोध किया है।

5. भाजपा में जारी परिवारवाद

भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व परिवारवाद के विरोध में रहा है लेकिन कर्नाटक में बीजेपी ने परिवारवाद को जारी रखतते हुए कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बीएस चेदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र को शिकारीपुरा सीट से चुनाव लड़ाने का फैसला किया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई अपनी पारंपरिक विधानसभा सीट शिगगांव से चुनाव लड़ेंगे।

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