पटना। बिहार के पूर्व सीएम और बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव से वाराणसी के होटल में हुई बदसलूकी को लेकर बयान दिया है। मामले पर सुशील मोदी ने कई सारे ट्वीट करते हुए तेज प्रताप यादव द्वारा होटल प्रबंधन के साथ किए गए व्यवहार को बिहार […]
पटना। बिहार के पूर्व सीएम और बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव से वाराणसी के होटल में हुई बदसलूकी को लेकर बयान दिया है। मामले पर सुशील मोदी ने कई सारे ट्वीट करते हुए तेज प्रताप यादव द्वारा होटल प्रबंधन के साथ किए गए व्यवहार को बिहार का अपमान बताया वहीं नीतीश कुमार पर हमला करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री का अपने मंत्रियों के आचरण और बयानों पर किसी तरह का नियंत्रण नहीं है।
सुशील मोदी ने कहा कि, वन और पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव ने वाराणसी के होटल में जिस तरह का व्यवहार किया, उससे बिहार की छवि को नुकसान हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि होटल प्रबंधन के अनुसार तेज प्रताप यादव ने तय समय पर कमरा खाली नहीं किया था और होटल द्वारा बनाए गए बिल का भुगतान भी नहीं किया था।
· वाराणसी के होटल में तेज प्रताप के विवाद से बिहार की छवि खराब हुई
· मंत्रियों के आचरण, बयान पर नीतीश कुमार का नियंत्रण नहीं— Sushil Kumar Modi (मोदी का परिवार ) (@SushilModi) April 8, 2023
ऐसे में पड़ोसी राज्य के धार्मिक नगर में राज्य के एक मंत्री का होटल प्रबंधन के साथ गलत व्यवहार करना, बिहार के लोगों को शर्मसार करने वाली घटना है। तेज प्रताप ने इससे पहले इसी वर्ष होली के मौके पर वृंदावन से रासलीला मंडली बुलाई थी और कलाकारों को पैसे देने के मामले में हुए विवाद के बढ़ने पर उल्टा कलाकारों पर ही मुकदमा दर्ज करा दिया था। इसके अलावा सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री सुशील मोदी का अपने मंत्रियों के आचरण और बयानों पर किसी तरह का कोई नियंत्रण नहीं है।
बता दें, बिहार के मंत्री तेज प्रताप यादव शुक्रवार को कैंट रोडवेज स्थित Arcadia होटल में कमरा नंबर 205 में ठहरे हुए थे। इसके अलावा कमरा नंबर 206 में उनके निजी सहायक और सुरक्षाकर्मी ठहरे थे। इसी दौरान तेज प्रताप जब मंदिर में पूजा करके वापस होटल लौटे तो उनका सामान कमरे से निकालकर रिसेप्शन काउंटर पर रख दिया गया था। इसके अलावा होटल प्रबंधन ने तेज प्रताप के निजी सहायक और सुरक्षा कर्मियों का कमरा भी खाली करा दिया था।