लखनऊ: माफिया अतीक अहमद और उसके परिवार पर कानूनी शिकंजा ढीला होने का नाम ही नहीं ले रहा है जहां उमेश पाल हत्याकांड के बाद एक के बाद एक अतीक और उसके परिवार पर प्रशासन की कार्रवाई जारी है. इसी कड़ी में बीते दिनों पहले से ही सजा काट रहे अतीक अहमद को 17 साल […]
लखनऊ: माफिया अतीक अहमद और उसके परिवार पर कानूनी शिकंजा ढीला होने का नाम ही नहीं ले रहा है जहां उमेश पाल हत्याकांड के बाद एक के बाद एक अतीक और उसके परिवार पर प्रशासन की कार्रवाई जारी है. इसी कड़ी में बीते दिनों पहले से ही सजा काट रहे अतीक अहमद को 17 साल पुराने उमेश पाल अपहरण मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई. अब एक बार फिर अतीक और उसके बेटे उमर पर व्यापारी मोहित जायसवाल अपहरण मामले में आरोप तय हो गए हैं. बता दें, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के मध्यम से इस केस की सुनवाई में अतीक शामिल हुआ.
अतीक अहमद और उसके बेटे उमर अहमद के खिलाफ लखनऊ की सीबीआई कोर्ट में CBI की ओर से दाखिल की गई याचिका पर आज(7 अप्रैल) आरोप तय किए गए हैं. हालांकि कोर्ट ने अभी सजा का ऐलान नहीं किया है. इस दौरान साबरमती जेल से अतीक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोर्ट की कार्रवाई में जुड़ा जबकि अतीक अहमद के बेटे उमर को कोर्ट में लाया गया था. बता दें, जिन धाराओं में अतीक और उसके बेटे पर चार्ज फ्रेम हुआ है उसमें धारा 364 A भी शामिल है. रंगदारी वसूली के लिए अपहरण की इस धारा में फांसी से लेकर उम्रकैद तक की सजा शामिल है. बता दें, 28 मार्च को पहले ही अतीक अहमद को उमेश पाल अपहरण कांड में उम्रकैद हो चुकी है.
माफिया के बेटे उमर ने पेशी से लखनऊ जेल जाते हुए एक समाचार चैनल से कहा कि उसके घर की महिलाओं को फंसाया जा रहा है. बता दें, उमेश पाल दोहरे हत्याकांड में अतीक की पत्नी शाइस्ता पर भी आरोप है जो इस समय फरार चल रही है. फिलहाल के लिए कोर्ट ने शाइस्ता की अग्रिम जमानत की याचिका को भी ख़ारिज कर दिया है.
बात करें मनीष जायसवाल अपहरण की तो ये पूरा घटनाक्रम 2018 में शुरू होता है जब अतीक अहमद देवरिया जेल में बंद था. इस दुराण उसके बेटे उमर पर लखनऊ के कारोबारी मोहित जायसवाल को अगवा करने का आरोप लगाया गया था. एफआईआर के अनुसार 26 दिसंबर, 2018 को उमर ने व्यापारी को सरेआम अगवा कर लिया आज्ञा और वह उसी गाड़ी से मोहित को देवरिया जेल ले गया था.
दरअसल अतीक अहमद पर आरोप है कि उसने मोहित की दो कंपनियों को जबरन अपने गुर्गों के नाम करवा लिया था. मामला सामने आने के बाद अतीक को देवरिया से बरेली जेल ट्रांसफर कर दिया गया. इसके बाद चुनाव को देखते हुए उसे नैनी जेल में ट्रांसफर कर दिया गया. इसके साथ ही CBI ने इस केस की कमान संभाल ली थी.
Adipurush Poster: ‘आदिपुरुष’ के नए पोस्टर में राम, सीता और लक्ष्मण के लुक पर उठे सवाल
2024 लोकसभा चुनाव में विपक्ष की भूमिका पर ममता बनर्जी का बड़ा बयान-” सबको एक होना होगा “