नई दिल्ली: आज गुरुवार (6 अप्रैल) को हनुमान जयंती के शुभ दिवस पर व्रत रखकर वीर पवनपुत्र की पूजा करने से कई संकट दूर हो जाते हैं. इस दिन कई बार वक्त की कमी की वजह से आप विधि विधान के साथ पूजा नहीं कर पाते हैं. लेकिन आपको बता दें कि आज के शुभ […]
नई दिल्ली: आज गुरुवार (6 अप्रैल) को हनुमान जयंती के शुभ दिवस पर व्रत रखकर वीर पवनपुत्र की पूजा करने से कई संकट दूर हो जाते हैं. इस दिन कई बार वक्त की कमी की वजह से आप विधि विधान के साथ पूजा नहीं कर पाते हैं. लेकिन आपको बता दें कि आज के शुभ अवसर पर हनुमान चालीसा का पाठ करें और साथ ही आरती करें. इससे भी आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाएंगी. आइए चलिए जानते है हनुमान जी की आरती की विधि और उसके लाभ.
– इस दिन बजरंगबली की पूजा करने से मनुष्य के हर रोग और दोष मुक्त हो जाते है. साथ ही पूजा करने से हनुमान जी की कृपा होती है.
– माना जाता है कि इस शुभ दिन पर बजरंगबली की नियमित आरती करने से लोगों को स्वर्ग में परमपद की प्राप्ति होती है. वहीं पूजा के सबसे अंतिम पंक्ति में इसका वर्णन किया गया है.
– बताया जाता है कि इस खास दिन आरती करने से आपके घर के अंदर की नकारात्मकता दूर हो जाती है, साथ ही सभी दोष भी खत्म होते हैं.
– वहीं हनुमान जी की कृपा से इस दिन भय और दुखों का नाश हो जाता है.
हिंदू मान्यताओं के मुताबिक हनुमान जयंती के शुभ अवसर पर पूजा के अंतिम पढ़ाव में आरती करते हैं.बता दें, आरती के लिए आप पीतल का दीपक या फिर आटे का दीपक बनाकर तैयार कर लें. साथ ही उसमें लाल रंग के धागे वाली बत्ती डाल दे और उसे चमेली के तेल या फिर गाय के घी से पूरा भर दें. उसे जलने के बाद आप एक थाल में रख दे जिससे हाथ न जले. वहीं घंटी और शंख बजाते हुए बजरंगबली की आरती करना शुरू करें. साथ ही साथ इसी आरती के अंत में कर्पूरगौरं मंत्र का जाप करें. आरती के दीपक को पूरे घर में घूमाने के बाद उसे पूजा स्थान पर जलने के लिए रख दीजिए.
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