पटना। रामनवमी के दिन बिहार में हुई हिंसा को लेकर राज्य की विपक्ष ने सत्ताधारी महागठबंधन सरकार पर लगातार हमलावर है। अब पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने रामनवमी हिंसा पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बताया है कि केंद्र तैयार थी, पर नीतीश सरकार ने देरी की। नीतीश सरकार ने सहायता लेने में देरी […]
पटना। रामनवमी के दिन बिहार में हुई हिंसा को लेकर राज्य की विपक्ष ने सत्ताधारी महागठबंधन सरकार पर लगातार हमलावर है। अब पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने रामनवमी हिंसा पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बताया है कि केंद्र तैयार थी, पर नीतीश सरकार ने देरी की।
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता सुशील मोदी ने राज्य के महागठबंधन सरकार पर लगातार हमलावर है। उन्होंने बताया कि, ” केंद्र सरकार अर्धसैनिक बलों की कई टुकड़ियां भेजने के लिए तैयार थी, लेकिन सूबे की नीतीश सरकार ने सहायता लेने में देरी की। ”
बता दें कि सुशील मोदी ने आरोप लगाया है कि, राजद के दबाव में संवेदनशील इलाकों अर्धसैनिक बलों की तैनाती में देरी की गई, जिसका परिणाम ये हुआ कि बिहार के कई जिलों में 30 मार्च को रामनवमी जुलूस के दौरान हिंसा फैली। नीतीश सरकार के 17 साल के कार्यकाल पहली बार रामनवमी के अवसर पर सासाराम और बिहारशरीफ में हिंसा और आगजनी हुई।
30 मार्च को रामनवमी के दिन बिहार में हुए भारी हिंसा का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। राज्य में विपक्ष की भूमिका में बैठी भारतीय जनता पार्टी ने इसका आरोप सत्ताधारी गठबंधन सरकार पर लगाया। बीजेपी ने बिहार में जंगलराज होने की बात कही है। सोमवार को जब विधानसभा की कार्यवाही शुरु हुई तो बीजेपी ने रामनवमी के दिन हुए उपद्रव का मामला उठाया, जिसके कारण सदन में हंगामा होने लगा और स्पीकर ने सदन को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।