नई दिल्ली : लगभग हर जगह लिखा मिल जाता है धूम्रपान करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है और इससे कैंसर हो सकता है. सिगरेट के डब्बे और शराब की बोतल पर लिखा रहता है पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है. लेकिन इन सब बातों को लोग नजर अंदाज करते हुए सेवन करते रहते है. […]
नई दिल्ली : लगभग हर जगह लिखा मिल जाता है धूम्रपान करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है और इससे कैंसर हो सकता है. सिगरेट के डब्बे और शराब की बोतल पर लिखा रहता है पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है. लेकिन इन सब बातों को लोग नजर अंदाज करते हुए सेवन करते रहते है. बीड़ी और सिगरेट हमारे श्वसन तंत्र को प्रभावित करती है. जिससे लोगों में खांसी की समस्या बनी रहती है और उनका फेफड़ा का एक गंभीर रोग बुल्ला हो जाता है.
जो लोग अधिक धूम्रपान करते है उन लोगों को बुल्ला रोग अधिक होता है. जो लोग अधिक समय से धूम्रपान करते है उनके फेफड़े का कई हिस्सा अपनी मूल संरचना को खो देता है. जब फेफड़ा अपनी मूल संरचना खो देता है तो ऑक्सीजन के आदान-प्रदान में दिक्कत होती है. ऐसी स्थिति में फेफड़ें का वो हिस्सा गुब्बारेनुमा होकर खोखला हो जाता है. फेफड़ें की दीवार बहुत अधिक पतली हो जाती है इसी स्थिति को बुल्ला रोग कहा जाता है.
फेफड़े में जब बुल्ला रोग हो जाता है तो इससे श्वसन तंत्र बुरी तरह से प्रभावित हो जाता है. जिससे व्यक्ति को सांस लेने में काफी तकलीफ होती है. ये रोग इतना खतरनाक है कि कभी-कभी दवा भी नहीं काम करती है. जिस व्यक्ति को बुल्ला रोग हो जाता है उसको खांसी बहुत आती है. ज्यादा खांसी आने से फेफड़े की दीवार फटने की संभावना रहती है.
अगर आप को खांसी ज्यादा आती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे और जांच कराए. बुल्ला रोग में खांसी के साथ खून भी आता है. बुल्ला रोग हो जाने पर धूम्रपान तुरंत छोड़ दे. फेफड़े में गुब्बारेनुमा वाले भाग में पस जम जाता है इस स्थिति में फेफड़े के कैंसर होने की संभावना रहती है.
Mumbai में बागेश्वर धाम के दिव्य दरबार में हुई चोरी, चोरों ने लाखों के गहनों पर किया हाथ साफ
Amritpal Singh की गिरफ्तारी को लेकर ‘वारिस पंजाब दे’ के वकील का दावा, ‘हो सकता है एनकाउंटर’