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यूट्यूबर मनीष कश्यप के बैंक खातों से 42 लाख रुपये फ्रीज, गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है पुलिस

पटना। तमिलनाडु में बिहारियों पर हमले का झूठा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने के आरोपी यूट्यूबर मनीष कश्यप की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। बिहार पुलिस मनीष की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। इस बीच आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने मनीष कश्यप और उसके यूट्यूब चैनल के बैंक खातों को […]

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यूट्यूबर मनीष कश्यप के बैंक खातों से 42 लाख रुपये फ्रीज, गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है पुलिस
  • March 16, 2023 11:53 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

पटना। तमिलनाडु में बिहारियों पर हमले का झूठा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने के आरोपी यूट्यूबर मनीष कश्यप की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। बिहार पुलिस मनीष की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। इस बीच आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने मनीष कश्यप और उसके यूट्यूब चैनल के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है। कश्यप के चार अलग-अलग बैंक खातों में जमा कुल 42 लाख 11 हजार 937 रुपये फ्रीज कर दिए गए हैं।

जल्द गिरफ्तार होगा मनीष कश्यप

बिहार पुलिस ने बताया है कि तमिलनाडु में काम करने वाले बिहारी मजदूरों को लेकर फर्जी वीडियो वायरल करने के मामले में जल्द ही मनीष कश्यप और युवराज सिंह राजपूत को गिरफ्तार किया जाएगा। दोनों की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टीम गठित की गई है। इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं।

6 मार्च को वायरल हुआ था वीडियो

बता दें कि, इससे पहले 6 मार्च को बिहार की राजधानी पटना के जक्कनपुर इलाके में तमिलनाडु में काम करने वाले बिहारी मजदूरों का एक फर्जी वीडियो बनाकर वायरल किया गया था। वीडियो में तमिलनाडु में काम करने वाले बिहारी मजदूरों की पिटते हुए दिखाया गया था। इस मामले में पुलिस ने राकेश रंजन और 2 लोगों पर केस दर्ज किया था। पुलिस ने बताया कि राकेश ने अपने दो साथियों को फर्जी मजदूर बनाकर वीडियो बनाया था, जिसे यूट्यूबर मनीष कश्यप ने सोशल मीडिया पर वायरल किया था।

CM नीतीश ने दिए जांच के आदेश

पुलिस ने कहा कि जांच में सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में दावा किया गया था कि तमिलनाडु में रहने वाले बिहारी मजदूरों के खिलाफ हमले हो रहे हैं। इन वीडियो को सच मानकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव और डीजीपी को मामले की जांच के आदेश दिए। जांच के दौरान वायरल हुए वीडियो फर्जी पाए गए। जिसके बाद इस मामले में केस दर्ज कर 10 सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया। इसके साथ 30 वीडियो और पोस्ट को चिह्नित किया गया है।

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