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गुजरात: कच्छ में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर रही 3.9 तीव्रता

अहमदाबाद: एक बार फिर गुजरात में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. जहां सोमवार को ये भूकंप गुजरात के कच्छ में आया. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.9 दर्ज की गई है. फिलहाल इस भूकंप के बाद किसी तरह की जान-माल की हानि की खबर सामने नहीं आई है. ख़बरों की माने तो यह […]

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गुजरात: कच्छ में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर रही 3.9 तीव्रता
  • March 13, 2023 5:17 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

अहमदाबाद: एक बार फिर गुजरात में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. जहां सोमवार को ये भूकंप गुजरात के कच्छ में आया. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.9 दर्ज की गई है. फिलहाल इस भूकंप के बाद किसी तरह की जान-माल की हानि की खबर सामने नहीं आई है. ख़बरों की माने तो यह भूकंप दोपहर करीब 3.58 बजे आया जिसका केंद्र झटके सावरकुंडला तालुका के मितियाला गांव में अमरेली से 44 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में 6.2 किलोमीटर की गहराई में बताया जा रहा है. गैरतलब है कि इस साल ये तीसरी बार है जब गुजरात में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. इससे पहले 26 और 27 फरवरी को भी गुजरात में भूकंप के दो झटके महसूस किए गये थे जिसकी तीव्रता 4.3 और 3.8 मापी गई थी.

तीसरी बार आया भूकंप

बता दें, गुजरात के राजकोट में 26 फरवरी को 3 बजकर 21 मिनट पर 4.3 तीव्रता का भूकंप आया था. NCS ने खुद इसकी जानकारी दी थी. NCS ने ट्वीट कर बताया था कि राजकोट के उत्तर उत्तर पश्चिम (NNW) में लगभग 270 किलोमीटर की दूरी पर दोपहर 3:21 बजे भूकंप आया था. इतना ही नहीं पिछले हफ्ते, दो दिनों में गुजरात के अमरेली जिले में भूकंप के तीन मामूली झटके महसूस किए गए थे. इसी कड़ी में गुरुवार को भी अमरेली जिले के सावरकुंडला तालुका में 3.1 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया था. हालांकि,इस दौरान कोई भी जान-माल का झटके सावरकुंडला तालुका के मितियाला गांव में अमरेली से 44 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में 6.2 किलोमीटर की गहराई में दर्ज किए गए थे.

तुर्की में आया विनाशकारी भूकंप

इस समय तुर्की और सीरिया भूकंप से हुई विनाशकारी तबाही को झेल रहा है. ये भूकंप 6 फरवरी को तुर्की में आया था जिसकी तीव्रता 7.8 दर्ज़ की गई थी. इसके बाद भी एक के बाद एक कई झटकों ने तुर्की को हिला दिया. अब तक इस विनाशकारी तबाही में 45 हजार से अधिक लोग जान गवा चुके हैं.

दुनिया ने की तुर्की की मदद

इस भारी तबाही ने तुर्की को कई साल पीछे धकेल दिया है. इसमें आबादी का एक बड़ा भाग अपनी जान तो गँवा ही चुका है लेकिन इस विनाशकारी भूकंप से तुर्की के करोड़ों लोग प्रभावित होंगे. बता दें, दुनिया भर के कई देश इस समय तुर्की की सहायता कर रहे हैं. भारत ने भी ऑपरेशन दोस्ती की शुरुआत की थी. इसके तहत कई सहायक टीमों को तुर्की भेजा गया था. हालांकि अब तुर्की में राहत बचाव कार्य बंद किया जा चुका है. इसी कड़ी में भारत ने भी अपनी NDRF की टीमों को वापस बुला लिया है. मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन सभी जवानों से मुलाकात कर उनकी सराहना भी की थी.

 

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