सपनों को पूरा करने के लिए घूँघट की आड़ से निकलना पड़ेगा, -IPS अंकिता शर्मा

कानपुर: हमारा देश बदल रहा है और आज महिलाएँ बदलते देश की तकदीर लिख रही हैं। आज महिलाएँ हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं। इतना ही नहीं महिलाएँ घर संभालने के साथ-साथ समाज की जिम्मेदारी भी उठाती हैं। इसका जीता जागता उदाहरण IPS अधिकारी अंकिता शर्मा हैं।   […]

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सपनों को पूरा करने के लिए घूँघट की आड़ से निकलना पड़ेगा, -IPS अंकिता शर्मा

Amisha Singh

  • March 7, 2023 6:15 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

कानपुर: हमारा देश बदल रहा है और आज महिलाएँ बदलते देश की तकदीर लिख रही हैं। आज महिलाएँ हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं। इतना ही नहीं महिलाएँ घर संभालने के साथ-साथ समाज की जिम्मेदारी भी उठाती हैं। इसका जीता जागता उदाहरण IPS अधिकारी अंकिता शर्मा हैं।

 

हम बात कर रहे हैं कानपुर के उस IPS अधिकारी की, जिन्होंने इंजीनियर के रूप में काम करने के बाद हजारों रुपये की नौकरी खोजने के बजाय देश की सेवा करना अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया। अंकिता शर्मा को फिलहाल कानपुर साउथ में एडिशनल DCP के तौर पर तैनात किया गया है। हालाँकि वह अपनी सरलता और अच्छे नेतृत्व के लिए जानी जाती हैं। आइए जानते हैं कैसा रहा IPS अंकिता शर्मा का अब तक का सफर।

राजस्थान से हैं ताल्लुक

अंकिता शर्मा मूल रूप से जयपुर, राजस्थान की रहने वाली हैं। उनका जन्म 23 जुलाई 1992 को हुआ था। वह बचपन से ही पढ़ाई में अच्छी छात्रा थी। अंकिता शर्मा के मुताबिक, 12 साल की उम्र के बाद उन्होंने 2014 में NIT जमशेदपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी की डिग्री हासिल की। इसके बाद यूनिवर्सिटी से नौकरी का ऑफर आया लेकिन उन्होंने IPS बनने का रास्ता चुना। वहीं, तीसरे प्रयास में उन्होंने साल 2018 के कैडर में अपनी जगह पक्की की।

 

परिवार ने दिया साथ

हाल ही के एक इंटरव्यू में अंकिता शर्मा ने कहा कि उन्हें बचपन से लेकर अब तक अपने परिवार वालों का पूरा सहयोग और सहयोग मिला है। इसलिए मैं आज जहाँ पर पहुँची हूँ वो उनके बिना नहीं हो पाता। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनके परिवार में शुरू से ही महिलाओं को आगे बढ़ने की सीख दी जाती थी। उनकी दादी को परिवार में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए भी जाना जाता था। जबकि उनकी माँ भी केंद्रीय विद्यालय में सरकारी शिक्षिका हैं।

बदल रहा है राजस्थान

राजस्थान का नाम सुनते ही घूँघट वाली महिलाओं और बाल विवाह जैसी छवियाँ दिमाग में आती हैं, लेकिन अंकिता शर्मा ने कहा कि आजकल राजस्थान की छवि भी तेजी से बदल रही है। अब महिलाएं घूंघट में नहीं बल्कि हर क्षेत्र में पुरुषों के बराबर आगे हैं। राजस्थानी महिलाएँ अब प्रदेश ही नहीं देश के अलग-अलग हिस्सों में रिकॉर्ड कायम कर रही हैं।

 

महिलाओं का आर्थिक रूप से मजबूत होना ज़रूरी

IPS अंकिता शर्मा ने कहा कि महिलाओं को आज अपने अधिकारों पर लगी सभी बंदिशों को तोड़कर वह करना चाहिए जो वे चाहती हैं। आज हर महिला का आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होना जरूरी है। यदि आप किसी भी क्षेत्र से जुड़े हैं तो आपको पूरी लगन और दक्षता के साथ काम करना चाहिए। महिलाओं में वह क्षमता है कि वे प्यार और संघर्ष के जरिए अपना अधिकार हासिल कर सकें। अब महिलाएं कमजोर नहीं मजबूत हैं, इसलिए हमारा देश भी अब मजबूत है।

 

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