पटना: बिहार में जमीन के बदले में नौकरी घोटाले का मामला तूल पकड़ रहा है। इसी मामले में CBI की टीम लालू यादव के परिवार से पूछताछ कर रही है। मंगलवार को बिहार में राबड़ी देवी के आवास का दरवाजा खटखटाने के बाद अब CBI की टीम लालू प्रसाद यादव की बेटी और सांसद मीसा […]
पटना: बिहार में जमीन के बदले में नौकरी घोटाले का मामला तूल पकड़ रहा है। इसी मामले में CBI की टीम लालू यादव के परिवार से पूछताछ कर रही है। मंगलवार को बिहार में राबड़ी देवी के आवास का दरवाजा खटखटाने के बाद अब CBI की टीम लालू प्रसाद यादव की बेटी और सांसद मीसा भारती के दिल्ली स्थित आवास पर पहुँच गई है। बता दें, यहाँ उनके पिता लालू यादव से पूछताछ की गई।
अधिकारियों के मुताबिक, CBI की 5 सदस्यीय टीम दो कारों में सुबह करीब 11:45 बजे दिल्ली में इंडिया गेट के पास बने मीसा भारती के आवास पर पहुँची।यहाँ उन्होंने लालू यादव से दोपहर 1 बजे तक करीब दो घंटे तक पूछताछ की। हम आपको बता दें कि इस मामले में CBI पहले ही शिकायत दर्ज कर चुकी है। बिहार के डिप्टी CM और लालू यादव के बेटे ने CBI कार्रवाई को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा।
वहीं, लालू यादव की बेटी रोहिणी ने मामले को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पापा (लालू यादव) को लगातार परेशान किया जा रहा है। अगर उन्हें कुछ हो गया तो मैं किसी को नहीं बख्शूँगी। मेरे पिताजी को सब तंग कर रहे हैं और यह ठीक नहीं है। यह सब याद रखा जाएगा। समय बड़ा बलवान है, उसमें बड़ी शक्ति है। यह याद रखना चाहिए।
उधर, राबड़ी देवी द्वारा पूछे गए इस सवाल को लेकर बिहार के सीएम CM नीतीश कुमार ने भी डिप्टी CM तेजस्वी यादव से जानकारी ली। CBI से संपर्क करने के लिए नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव से बात की। वहीं, इससे पहले बिहार विधानमंडल भी दोनों सदनों के कार्यवाही में हिस्सा लेने गए थे। उधर, CBI के इस सवाल को लेकर JDU के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि हमने नीतीश कुमार के 3C (ट्रिपल सी) फॉर्मूले पर कभी समझौता नहीं किया है न ही करेंगे।
केंद्रीय एजेंसी ने 23 सितंबर 2021 को रेलवे में जमीन के बदले नौकरी घोटाले को लेकर शुरुआती छानबीन की थी, जो 18 मई को FIR बन गई। एजेंसी के अनुसार, रेलवे अधिकारियों द्वारा “अत्यधिक जल्दबाजी” में किए जाने वाले आवेदन के तीन दिनों के भीतर ग्रुप डी पदों को बदलने के लिए उम्मीदवारों को नामांकित किया किया गया था और बाद में “लोग स्वयं या उनके परिवार के सदस्य इसकी भूमि हस्तांतरित की गई थी”।