नई दिल्ली: इक्विटी बाजारों में अडानी ग्रुप के शेयर में बढ़त देखने को मिली है। करीब एक महीने तक लगातार गिरावट का शिकार होने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में शानदार तेजी का दौर शुरू हो गया है। इसके साथ ही अदानी ग्रुप के शेयरों में भरोसा दिखाने वाले निवेशकों की इक्विटी भी बढ़ने […]
नई दिल्ली: इक्विटी बाजारों में अडानी ग्रुप के शेयर में बढ़त देखने को मिली है। करीब एक महीने तक लगातार गिरावट का शिकार होने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में शानदार तेजी का दौर शुरू हो गया है। इसके साथ ही अदानी ग्रुप के शेयरों में भरोसा दिखाने वाले निवेशकों की इक्विटी भी बढ़ने लगी है। कम से कम एक NRI इन्वेस्टर के लिए यह काफी फायदेमंद साबित हुई है। आपको बता दें, अडानी के शेयर से एक NRI इन्वेस्टर को सिर्फ दो दिनों में 3000 करोड़ रुपये से ज़्यादा का मुनाफा हुआ।
हम बात कर रहे हैं NRI Investor Rajiv Jain की जिन्होंने पिछले हफ्ते अडानी ग्रुप के विभिन्न शेयरों में भारी निवेश किया था। राजीव जैन की कंपनी GQG Partners (जीक्यूजी पार्टनर्स) ने पिछले हफ्ते अडानी ग्रुप के शेयरों में करीब 15 अरब रुपये का निवेश किया था। GQG पार्टनर्स के इस निवेश ने अदानी समूह के शेयरों में जान डालने का काम किया। लगातार गिरने वाला स्टॉक दौड़ गया और केवल दो दिनों में 20 प्रतिशत से अधिक रिटर्न देने में कामयाब रहा।
राजीव जैन की कंपनी ने अडानी ग्रुप के Adani Enterprises, Adani Ports and Special Economic Zone, Adani Green Energy और Adani Transmission के 04 शेयरों में 15,446 करोड़ रुपये का निवेश किया है। केवल दो दिनों में, उनके निवेश का मूल्य बढ़कर 18,548 करोड़ रुपये हो गया। इस तरह अडानी के शेयरों ने जैन को दो दिनों में 3,102 करोड़ रुपए का मुनाफा दिया।
जनवरी के आखिरी दस दिनों में और फिर पूरे फरवरी में अडानी समूह की कंपनियों में भारी गिरावट। कमी का आलम यह था कि अडानी ट्रांसमिशन, अदानी ग्रीन एनर्जी और अदानी टोटल गैस के लोअर लूप में 20 से 10 प्रतिशत की कमी आई थी। हालाँकि, 28 फरवरी को ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में कहा गया कि भारतीय बाजार नियामक सेबी हिंडनबर्ग के आरोपों और अदानी समूह की सफाई की जाँच कर रहा है और अभी तक अदानी समूह में कोई गड़बड़ी नहीं मिली है।
इस रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में जोरदार उछाल आया और मंगलवार को इन 4 कंपनियों पर अपर सर्किट लगा। इसके अलावा खबरें आ रही हैं कि अडाणी समूह मैच्योरिटी से पहले शेयरों को गिरवी रखकर लिए गए करीब 6800 करोड़ रुपये के कर्ज को चुकाने की तैयारी में लगा है।