लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में बजट पर चर्चा जारी है. इस दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि किसी के पिता के बारे में अगर सदन में कहा तो स्वाभाविक है कि दूसरा भी पिता पर कहेगा। यह परंपरा छोड़नी होगी, ऐसी शिक्षा नेताजी […]
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में बजट पर चर्चा जारी है. इस दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि किसी के पिता के बारे में अगर सदन में कहा तो स्वाभाविक है कि दूसरा भी पिता पर कहेगा। यह परंपरा छोड़नी होगी, ऐसी शिक्षा नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने मुझे नहीं दी है. बता दें, राज्यपाल के अभिभाषण पर पिछले दिनों धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ और अखिलेश के बीच तू-तड़ाक तक हो गई थी. इसी के जवाब में आज उनका ये बयान सामने आया है.
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) February 28, 2023
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सदन में कहा कि ‘यदि आप परम्पराओं पर चलना चाहते हैं तो आपको मानना भी होगा, कई रीति-रिवाज का आपने पालन नहीं किया है… नेता सदन ने कुछ बोला था जो सदन में नहीं आना चाहिए था… किसी के पिता के बारे यदि कोई बोलता है तो जाहिर सी बात है कि दूसरा भी बोलेगा, अगर परंपरा की बात करेंगे तो कई रीति-रिवाज को आपने भी नहीं माना, इसके बारे में हम चर्चा नहीं करना चाहते हैं क्योंकि नेताजी ने हमें ऐसी शिक्षा नहीं दी है.’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आरोप पर अखिलेश ने कहा, ‘नेता सदन ने कहा 46 में से 56 यादव एसडीएम की भर्ती हुई थी, जिनकी भर्ती हुई थी मैं उन जातियों के नाम पढ़ सकता हूं. 2011 में 30 भर्ती हुई उस समय यादव सिर्फ 5 थे, 2012 में 3 यादव थे जिनकी भर्ती हुई, अब नेता सदन इस सूची को जारी करें। इसी सम्मान के लिए हम जातिगत जनगणना की मांग कर रहे हैं क्योंकि ये ही रामराज्य है और यही समाजवाद है.’
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आगे कहते हैं कि मैंने रामचरितमानस के बारे में नहीं पूछा. मैंने तो यह पूछा था कि शुद्र क्या है, किसी के घर से जाते ही क्या गंगाजल से घर धोया जाता है… ये क्या दिखाता है कि नेता सदन ये बताएंगे कि शुद्र गलत है. कोई जान के गलत पैदा नहीं होता, हम रामचरितमानस के खिलाफ नहीं है, भगवान तो सबके हैं, आप चंदा लेते हैं तो क्या आपके ही भगवान हैं? हम इसलिए जातिगत जनगणना चाहते हैं.
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव आगे कहते हैं कि ‘ये लोग कहते हैं कि लैपटॉप में, एक्सप्रेस वे में घोटाला हुआ, यदि ऐसा था तो सपा का डिजाइन किए हुए एक्सप्रेस पर हरकुलिस क्यों उतारा? सरकार ये बात बताएं. कई देशों में मंत्री घूमने गए क्या उन्हें वहाँ कोई आवारा पशु सड़कों पर घुमते दिखे? अखिलेश यादव आगे कहते हैं कि 11 लाख से ज्यादा छुट्टा जानवरों के लिए 750 करोड़ बजट रखा गया है. क्या सरकार उन लोगों की मदद करेगी जिन्होंने लोग जानवर से एक्सीडेंट और खेत में रखवाली में जान गंवाई?’
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘स्वास्थ्य मंत्री क्यों हर जगह छापा मारते फिरते हैं, यदि सरकार ने बजट खर्च नहीं किया तो ऐसा छापा वित्त मंत्री के यहां मारो… अस्पतालों में डॉक्टर नहीं है.. अधिकारी नहीं है जब तक बजट खर्च नहीं होता तब तक स्वास्थ्य सेवा बेहतर कैसे होगी, PPP मोड पर अस्पताल बनाने जा रहे हैं लेकिन क्या प्रदेश के गरीब को इलाज प्राइवेट अस्पताल में मिलेगा?’
गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव के एक बयान का जिक्र करते हुए पिछले दिनों सीएम योगी ने सपा पर निशाना साधा था. इसपर अखिलेश यादव भड़क गए थे उन्होंने सीएम योगी को टोकते हुई पूछा कि चिन्मयानंद किसके गुरु हैं… शर्म आनी चाहिए. इसके बाद मुख्यमंत्री तमतमा गए थे और उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि शर्म तो तुम्हें करनी चाहिए, जो अपने बाप का सम्मान नहीं कर पाए.