नई दिल्ली: रविवार को CBI ने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया है. यह गिरफ़्तारी दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले में आठ घंटे की पूछताछ के बाद की गई. इसके बाद से ही देश भर में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. एक ओर CBI मनीष […]
नई दिल्ली: रविवार को CBI ने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया है. यह गिरफ़्तारी दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले में आठ घंटे की पूछताछ के बाद की गई. इसके बाद से ही देश भर में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. एक ओर CBI मनीष सिसोदिया की कोर्ट में पेशी कर रही है तो दूसरी ओर पार्टी ऑफिस के बाहर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन जारी है. इसी कड़ी में मौके पर भारी पुलिस बल भी दिखाई दे रहा है. जहां आप कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया है. इस समय पार्टी दफ्तर के बाहर भारी संख्या में पुलिस और सुरक्षा बल तैनात हैं।
#WATCH | CBI brings Delhi Deputy CM Manish Sisodia to Rouse Avenue Court. He was arrested yesterday by CBI in Excise Policy case. pic.twitter.com/dqRuScar1C
— ANI (@ANI) February 27, 2023
दूसरी ओर बिहार के पटना में भी उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हाथ में पोस्टर लेकर सरकार और एजेंसी के खिलाफ खूब नारेबाजी भी की. बता दें, मनीष सिसोदिया को CBI ने राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया है. अभी भी सिसोदिया को लेकर सुनवाई चल रही है जहाँ पुलिस ने कोर्ट से उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की पांच दिन की रिमांड मांगी है. कोर्ट अभी भी दिल्ली आबकारी नीति मामले में सुनवाई कर रहा है.
दरअसल 17 अगस्त 2022 को सीबीआई ने नई आबकारी नीति (2021-22) में धोखाधड़ी, रिश्वतखोरी के आरोपों के तहत डिप्टी सीएम सिसोदिया और अन्य 15 लोगों पर मामला दर्ज़ किया था. पिछले साल 19 अगस्त को एजेंसी ने सिसोदिया और आप के तीन अन्य सदस्यों के आवास पर छापेमारी की.इसके अलावा दिल्ली एनसीआर के कई ठिकानों पर भी छापेमारी की गई. ख़बरों की मानें तो इस छापेमारी के दौरान सीबीआई ने कई डिजिटल डिवाइस भी जब्त किए थे. डिजिटल डिवाइस की जांच के दौरान कई खुलासे हुए. इस दौरान एजेंसी ने एक्साइज पॉलिसी ड्राफ्ट दस्तावेजों में से एक को अलग सिस्टम में ट्रेस किया। बताया जा रहा है कि यह डिपार्टमेंट नेटवर्क का हिस्सा नहीं था.
इसके बाद मामले में CBI ने एक अधिकारी से पूछताछ की. इस पूछताछ के दौरान ही एजेंसी को सिसोदिया के दफ्तर के कंप्यूटर का सुराग मिला. जिसके बाद CBI ने 14 जनवरी को सिसोदिया के दफ्तर के कंप्यूटर को सीज किया. इसमें से अधिकांश फाइलें पहले ही डिलीट की जा चुकी थीं. फॉरेंसिक टीम की मदद से पुलिस ने इन फाइलों को रिट्राइव किया.
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