रायपुर। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने आज पार्टी में विचारधारा को लेकर पूरी तरह स्पष्टता होने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि पार्टी बिल्किस बानो, गिरजाघरों पर हमलों और गौरक्षा के नाम पर होने वाली हत्याओं जैसे विषयों पर और ज्यादा मुखर हो सकती थी। कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ चुके थरूर ने […]
रायपुर। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने आज पार्टी में विचारधारा को लेकर पूरी तरह स्पष्टता होने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि पार्टी बिल्किस बानो, गिरजाघरों पर हमलों और गौरक्षा के नाम पर होने वाली हत्याओं जैसे विषयों पर और ज्यादा मुखर हो सकती थी। कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ चुके थरूर ने रायपुर में पार्टी के 85वें महाधिवेशन में यह बात कही। उन्होंने कहा कि हमें समावेशी भारत के पक्ष में अपने वैचारिक रूख को लेकर पूरी तरह से स्पष्ट होना चाहिए।
शशि थरूर ने चीन के संदर्भ में विदेश मंत्री एस जयशंकर के बयान को लेकर उनकी आलोचना करते हुए कहा कि भारत सबका है। राष्ट्रीय सुरक्षा के विषय पर सरकार को संसद को विश्वास में लेना चाहिए। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि हमें अपने संकल्प को लेकर अंदर से साहसिक होना चाहिए। अगर हम बिल्किस बानो, गिरिजाघरों पर हमले और गौरक्षा के नाम पर हो रही हत्याओं जैसे मुद्दों पर नहीं बोलते हैं तो हम भारत की विविधता और बहुलता के प्रति अपनी बुनियादी जिम्मेदारी से पीछे हट रहे हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के बयान पर कहा कि एक मंत्री ने इंटरव्यू में कहा कि चीन की अर्थव्यवस्था हमारी अर्थव्यवस्था से बड़ी है तो हम उनसे कैसे लड़ सकते हैं? जब अंग्रेज हम पर राज करते थे तो क्या उनकी अर्थव्यवस्था हमसे छोटी थी? यानी जो आपसे ताकतवर है उनसे लड़ना ही नहीं चाहिए। इसको कायरता कहा जाता है। ये सावरकर की विचारधारा है। जिसके अनुसार जो आपके सामने आपसे ताकतवर, मजबूत है उसके सामने सर झुका दो। भारत का एक मंत्री चीन से कह रहा है कि आपकी अर्थव्यवस्था हमसे बड़ी है इसलिए हम आपके सामने नहीं खड़े हो सकते हैं। इसको देश भक्ति कहते हैं क्या? यह कौन सी देश भक्ति है।
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