नई दिल्ली। यूके स्पेस एजेंसी और यूरोपियन स्पेस एजेंसी के द्वारा एक जानकारी को ट्विटर पर साझा किया गया है। उन्होंने ट्विटर पर एक तस्वीर साझा किया है, जिसमें शुक्र, बृहस्पति और चंद्रमा आकाश में एक साथ मिलते हुए नजर आ रहे हैं। आपको बता दें कि, चंद्रमा की अपनी कोई रौशनी नहीं होती है। […]
नई दिल्ली। यूके स्पेस एजेंसी और यूरोपियन स्पेस एजेंसी के द्वारा एक जानकारी को ट्विटर पर साझा किया गया है। उन्होंने ट्विटर पर एक तस्वीर साझा किया है, जिसमें शुक्र, बृहस्पति और चंद्रमा आकाश में एक साथ मिलते हुए नजर आ रहे हैं। आपको बता दें कि, चंद्रमा की अपनी कोई रौशनी नहीं होती है। चंद्रमा के सतह पर सूरज की किरण पड़ने से वह चमकता है। वहीं, अगर वीनस की बात करें तो शुक्र सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद थोड़ी देर के लिए चमकता है। यही कारण है कि इसे सुबह का तारा या शाम का तारा भी कहते हैं। बात करें अगर बृहस्पति की तो बृहस्पति सौर्य मंडल में सबसे बड़ा ग्रह होने के सबसे अधिक चन्द्रमा वाला ग्रह भी है।
एस्ट्रोनॉमिकल इवेंट्स को देखना और उनके बारें में जानना अधिकतर सभी के रूचि में आता है, ऐसे में यूके स्पेस एजेंसी के द्वारा ट्विटर पर डाली गई तस्वीर पर लोगों ने जम कर अपनी प्रतिक्रिया दी, साथ ही अपने द्वारा ली गई तस्वीरों और वीडियो को भी इंटरनेट पर साझा किया। आपको बता दें कि, बुधवार की रात को हुए इस एस्ट्रोनॉमिकल इवेंट में चन्द्रमा, बृहस्पति और शुक्र साथ में दिखाए पड़े। उन्होंने साथ मिलकर आसमान में ट्रायंगल बनाया। बीती रात को हुआ यह एस्ट्रोनॉमिकल इवेंट काफी कम समय का था।
वैज्ञानिकों की मानें तो एक मार्च को जुपिटर और वीनस यानि बृहस्पति और शुक्र का कंजक्शन होगा अर्थात इन दोनों ग्रहों का मिलन होगा। असल में ये प्लैनेट्स का कंजक्शन नहीं हैं क्योंकि दोनों ही एक दूसरे से काफी दूर हैं, हालांकि दोनों ग्रह एक ही दिशा में आने वाले हैं और हम उसे धरती की सतह से देखते हैं, इसलिए ऐसा एहसास होता हैं कि दो ग्रह आपस में मिल रहें हैं। सोशल मीडिया पर ये खबर काफी तेज़ी से वायरल हो रही हैं।
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